112 दवाइयां क्वालिटी टेस्ट में फेल : छत्तीसगढ़ में मिली नकली दवा, स्वास्थ्य सुरक्षा पर बड़ा सवाल

सीडीएससीओ की रिपोर्ट में गंभीर बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की गुणवत्ता संदिग्ध

रायपुर: देशभर में दवाओं की गुणवत्ता को लेकर बड़ी चिंता सामने आई है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की सितंबर रिपोर्ट में कुल 112 दवाइयाँ क्वालिटी टेस्ट में फेल हुई हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इन सैंपल्स में छत्तीसगढ़ से एक दवा नकली भी पाई गई है।

फेल हुई दवाओं में कफ सीरप, दिल, कैंसर, मधुमेह, हाई बीपी, दमा, संक्रमण, दर्द, सूजन, एनीमिया और मिर्गी तक की गंभीर बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली दवाएँ शामिल हैं।

👉 52 सैंपल केंद्रीय प्रयोगशाला
👉 60 सैंपल राज्य प्रयोगशालाओं में फेल हुए

❌ सबसे अधिक खराब दवाएँ किन राज्यों से?

राज्यफेल दवाओं की संख्या
हिमाचल प्रदेश49
गुजरात16
उत्तराखंड12
पंजाब11
मध्यप्रदेश6
अन्य 8 राज्यों से18

इसके अलावा तीन कफ सीरप भी क्वालिटी टेस्ट में फेल रहे। हरिद्वार और हिमाचल के सिरमौर में बने दो कफ सीरप तो संदिग्ध श्रेणी में चले गए हैं।

छत्तीसगढ़ में नकली दवा का खुलासा

सितंबर में राज्य से जब्त की गई एक दवा को ऐसे निर्माता ने बनाया था, जिसके पास कोई वैध लाइसेंस नहीं था। उसने किसी अन्य प्रसिद्ध ब्रांड के नाम का दुरुपयोग किया।
➡ मामला दर्ज, जांच जारी
➡ कंपनी/निर्माता पर होगी कानूनी कार्रवाई

सरकार की कार्रवाई

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार—
✅ फेल दवाओं के बैच बाजार से हटाए जा रहे हैं
✅ दोषी कंपनियों को कारण बताओ नोटिस
✅ उपभोक्ता सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता

अगस्त 2025 में भी 94 दवाइयाँ गुणवत्ता में असफल मिली थीं। लगातार हो रहे इन खुलासों ने दवा उद्योग में हड़कंप मचा दिया है।

आम नागरिक कैसे बचें ऐसी घटिया/नकली दवाओं से?

  • ✅ दवा खरीदते समय बैच नंबर और मैन्युफैक्चरिंग डेट जांचें
  • ✅ केवल लाइसेंस्ड मेडिकल स्टोर से दवाएँ लें
  • ✅ संदिग्ध लगे तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें
  • ✅ CDSCO वेबसाइट पर NSQ दवाओं की सूची चेक करें

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दवा लेने में सतर्कता बरतने और बिना जांच के दवाओं के उपयोग से बचने की अपील की है।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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