बेमेतरा जिले में फूडपार्क हेतु 118.41 हेक्टेयर भूमि आबंटित

बेमेतरा : प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी फूडपार्क योजना के तहत बेमेतरा जिले के सभी चार विकासखण्डों में फूडपार्क हेतु कुल 118.41 हेक्टे. भूमि उद्योग विभाग को हस्तांतरित की जा चुकी है। वर्तमान में निजी क्षेत्र में उद्योग स्थापना हेतु विभिन्न विभागों से अनुज्ञाएं प्राप्त करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है तथा समय भी व्यर्थ होता है। फूडपार्क में उद्योगों की स्थापना के लिए सर्वसुविधायुक्त डायवर्टेड भूमि जिसमें सड़क, पानी, बिजली आदि बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होगी, साथ ही फूडपार्क में उद्योग स्थापना के लिए विभिन्न विभागों की अनुज्ञाएं भी प्राप्त होगी।

प्रदेश में नॉन कोर सेक्टर के तहत खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में काफी संभावनाएं है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के स्थापित होने से किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त होगा तथा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से अनेक युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। उद्योग स्थापना से फल, सब्जी, हर्बल उत्पादों से जिले में ही वेल्यूएडेड प्रोडक्ट का निर्माण होगा। राज्य सरकार द्वारा इन क्षेत्रों में उद्योग के लिए अधिक से अधिक सुविधाएं देने हेतु औद्योगिक नीति में कई प्रावधान किए गए हैं। औद्योगिक नीति 2019-24 अंतर्गत स्थापित उद्योगों को ब्याज अनुदान, स्थायी पंूजी निवेश अनुदान, नेट एस.जी.एस.टी. प्रतिपूर्ति, विद्युत शुल्क से छूट, स्टाम्प शुल्क से छूट, मण्डी शुल्क से छूट तथा अन्य अनुदान/छूट/रियायतें विभाग द्वारा प्रदान की जाती है। फूडपार्क में अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के उद्यमियों को एक रूपये प्रीमियम पर भूमि आबंटित की जाती है। जिले मे फुड पार्क हेतु निम्न विकासखण्डों मे भूमि हस्तांतरित किये गये है जिसमे विकासखण्ड बेमेतरा के ग्राम चंदनू मे 82.76 हेक्टेयर, विकासखण्ड बेरला के ग्राम सिंगारडीह मे 16.00 हेक्टेयर, विकासखण्ड साजा के ग्राम राखी मे 7.65 हेक्टेयर एवं विकासखण्ड नवागढ़ के ग्राम अकोली मे 12.00 हेक्टेयर भूमि आबंटित किये है।  

जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक के.एस. मीणा ने बताया कि जिले के चंदनू ग्राम में प्रथम फेस में 60 एकड़ भूमि में फूडपार्क स्थापना हेतु प्लान बनाया जा चुका है तथा जल्द ही फूडपार्क निर्माण किया जायेगा। चंदनू में एथेनाॅल निर्माण करने वाली कम्पनी सहित विभिन्न कम्पनियां उद्योग स्थापना हेतु विभाग के संपर्क में है। स्थानीय निवासियों द्वारा भी फूडपार्क स्थापना पश्चात् भूमि अलाॅट करा कर विभिन्न वन आधारित अथवा कृषि आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग जैसे टमाटर प्यूरी, केचप, च्वयनप्राश, गुड़ उद्योग, मसाला उद्योग, औषधीय आयुर्वेदिक दवाईयां, हर्बल उद्योग, पपीता उत्पाद, बिस्किट, दुग्ध उत्पाद निर्माण जैसी इकाईयां स्थापित की जा सकती है।  

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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