555 हेक्टेयर में विकसित इंदिरा प्रियदर्शिनी नेचर सफारी मोहरेंगा

नम्रता माही/रायपुर : पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रीमती इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर, राज्य के लोगों को इंदिरा प्रियदर्शिनी नेचर सफारी मोहरेंगा के रूप में एक और पर्यटन स्थल का तोहफा मिला है। राजधानी रायपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर खरोरा-तिल्दा मार्ग पर स्थित मोहरेंगा वन क्षेत्र में 555.850 हेक्टेयर पर वन विभाग द्वारा इस उत्कृष्ट नेचर सफारी को विकसित किया गया है। आज ग्लोबल वार्मिंग जैसी वैश्विक समस्या से निजात पाने के लिए प्रकृति का संरक्षण करना बहुत जरूरी है। वन विभाग द्वारा विकसित नेचर सफारी मोहरेंगा वन्यप्राणी के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण सहित पर्यटन के विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

फ़ाइल फोटो

इंदिरा प्रियदर्शिनी नेचर सफारी मोहरेंगा के विकास से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे वन्यजीवों के संरक्षण में भी आसानी होगी। नेचर सफारी मोहरेंगा के हरे-भरे जंगलों में साजा, खैर, तेंदू, सेमहा, चार, बेल, धावड़ा, आंवला, बरगद, इमली, महुंआ, अर्जुन और बांस की प्रजातियों के पेड़ मौजूद हैं। वन्यजीवों के लिए चार तालाब बनाए गए हैं। इसके अलावा, नेचर सफारी में पर्यटकों के लिए चार मंजिला वॉच टॉवर, पैगोडा, बायोडायवर्सिटी हॉल और भव्य प्रवेश द्वार के साथ आवश्यक सुविधाओं का विकास किया है। सफारी की सैर के लिए विभाग द्वारा जिप्सी की व्यवस्था की गई है, जिसमें पर्यटक नेचर सफारी का आनंद ले सकेंगे। नेचर सफारी में, पर्यटक प्राकृतिक वातावरण में 30 से 40 प्रजातियों के पक्षियों सहित चीतल, जंगली सूअर, खरगोश, सियार, लोमड़ी, बंदर, अजगर, नेवला आदि वन्यप्राणियों, को देख सकेंगे ।

Show More

KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

Related Articles

Back to top button
Translate »