नवजात शिशु के पास परफ्यूम या डियोड्रेंट लगाना कितना खतरनाक हो सकता है? विशेषज्ञों की राय
रायपुर : आजकल ज्यादातर लोग खुशबूदार बने रहने के लिए परफ्यूम या डियोड्रेंट का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नवजात शिशु के आसपास परफ्यूम या डियो लगाना उनके लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है? इस आर्टिकल में हम बाल रोग विशेषज्ञों और त्वचा विशेषज्ञों की सलाह के साथ यह जानेंगे कि क्यों नवजात शिशु के लिए खुशबूदार उत्पादों से बचना जरूरी है।
नवजात शिशु की त्वचा और श्वसन तंत्र की नाजुकता
नवजात शिशु की त्वचा बेहद पतली और संवेदनशील होती है, जिससे वह आसानी से एलर्जी, रैशेज और जलन का शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा, उनका श्वसन तंत्र भी पूरी तरह विकसित नहीं होता, जो परफ्यूम या डियोड्रेंट में पाए जाने वाले केमिकल्स से प्रभावित हो सकता है।
डॉ. अंजलि वर्मा, बाल रोग विशेषज्ञ, कहती हैं:
“नवजात बच्चों के आसपास तेज़ खुशबू वाले उत्पादों का उपयोग उनकी सांस लेने की क्षमता को नुकसान पहुंचा सकता है।”
तेज खुशबू के कारण होने वाली समस्याएं
- सांस लेने में कठिनाई
- एलर्जी और त्वचा रैशेज
- सिरदर्द और बेचैनी
- नींद में खलल
त्वचा विशेषज्ञ डॉ. अमित शर्मा बताते हैं कि तेज खुशबू बच्चों में मिग्रेन और अस्थमा जैसी समस्याएं बढ़ा सकती है।
हार्मोनल बदलाव का खतरा
परफ्यूम और डियोड्रेंट में मौजूद कुछ रसायन, जिन्हें एंडोक्राइन डिसरप्टर्स कहते हैं, बच्चे के हार्मोनल सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं। यह बच्चे के विकास में बाधा डाल सकते हैं।
National Institute of Children Health ने भी इसे गंभीर समस्या बताया है।
सुरक्षित विकल्प और सावधानियां
- Unscented या Mild Natural Deodorants का उपयोग करें।
- सांस लेने वाले सूती कपड़े पहनाएं।
- नियमित स्नान और साफ-सफाई बनाए रखें।
- शिशु के पास कभी भी परफ्यूम या स्प्रे न लगाएं।
- अगर लगाया हो तो कपड़े बदलें और हाथ धोकर शिशु को लें।
नवजात शिशु की सेहत के लिए खुशबूदार उत्पादों से बचना बेहद जरूरी है। प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्प अपनाकर आप अपने बच्चे को हानिकारक रसायनों से बचा सकते हैं। किसी भी असामान्य लक्षण के लिए तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।



