कम जमीन में मल्टीलेयर फार्मिंग कर किसान कमाएंगे 7 गुना ज्यादा मुनाफा, जानिए कैसे
रायपुर: यदि आपके पास भी खेती के लिए कम जमीन है और उसी से आप बेहतर कमाई करना चाहते हैं तो मल्टीलेयर फार्मिंग आपके काम आ सकती है। जिसमें अलग-अलग फसलों को एक साथ लगाकर लागत को कम किया जाता है। इसके जरिये किसान अपना मुनाफा 7 गुना तक बढ़ा सकते हैं।
मल्टीलेयर फार्मिंग में कम लागत से बढ़ेगा मुनाफा
मल्टीलेयर फार्मिंग उस तकनीक को कहते हैं, जिसमें कम जमीन में एक से ज्यादा फसलें उगाई जाती है। इसे बहु परत फार्मिंग भी कहते हैं। इसके लिए ऐसी फसलों का चुनाव करते हैं, जिन्हें जमीन के अंदर लगाया जाए। इसके अलावा बेलों के माध्यम से उगाई जाने वाली फसलों को भी मल्टीलेयर फार्मिंग में शामिल किया जाता है। ऐसे ही कुछ फसलों को एक निश्चित दूरी पर लगाकर बचे हुए गेप में दूसरी फसलों को लगाया जाता है।
फसल चक्रण है जरूरी
मल्टीलेयर फार्मिंग का पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान गन्ना उत्पादन के लिए कर रहे हैं। कई किसानों ने तो फसल चक्रण को ध्यान में रखकर बदलते मौसम के अनुरूप खेत-खलिहान में इनोवशन के तौर पर खेती की. जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ।
कैसे बढ़ा सकते हैं किसान अपना मुनाफा
छोटे किसान मल्टी लेयर फार्मिंग विधि का अच्छे से उपयोग करके अपने मुनाफे को 6 से 7 गुना बढ़ा सकते हैं। इसमें जमीन पर एक साथ कई प्रकार की सब्जियां उगाई जा सकती है। किसान खेती के पारंपरिक तरीके को छोड़कर आधुनिक खेती की शुरुआत कर सकते हैं।
इसके लिए जमीन में लेयर बनाकर दोनों लेयर में अलग-अलग फासले लगाईं जा रही है। जैसे कुछ किसान दिसंबर महीने की शुरुआत में जमीन की एक लेयर में करेले और दूसरी लेयर में खीरा लगाते हैं। दोनों लेयरों के बीच कम से कम 6 फुट की दूरी रखी जाती है। इस गेप में मेथी, मूली, पालक जैसी सब्जियों की बुवाई की जा सकती है।
इस विधि से करेले और खीरे की बेल पर फसल लगती है, वहीं जमीन पर पालक, मूली, मेथी और धनिये जैसी फसलें भी किसानों को मुनाफ़ा देती है।