शिक्षा मंडलों की समतुल्यता कार्यशाला में शामिल हुए गरियाबंद की टीम

गरियाबंद: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा शिक्षा मंडलों की समतुल्यता के अंतर्गत संस्था परख एनसीईआरटी नई दिल्ली द्वारा “समग्र प्रगति पत्रक (एचपीसी) माध्यमिक स्तर एवं प्रश्न पत्र टेम्पलेट्स का मानकीकरण” विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 3 से 7 फरवरी 2025 तक सीजी बीएससी रायपुर के सभागार में किया गया।

जिसमें राज्य के सभी जिलों से चयनित प्रतिभागियों को शामिल किया गया, इस कार्यशाला में गरियाबंद जिले से उ.मा.विद्या. छिंदौला की प्राचार्य श्रीमती तृप्ति शनिंग, उ.मा.विद्या. धूमा की प्राचार्य श्रीमती वर्षा नेताम, उ.मा.विद्या. कौंदकेरा के जीवविज्ञान व्याख्याता सतीश मालवीय एवं छत्तीसगढ़ के राज्यपाल सम्मानित उ.मा.विद्या. पीपरछेड़ी के भौतिकी व्याख्याता डॉ. ओमप्रकाश वर्मा का चयन किया गया था।

इस कार्यशाला में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत प्रश्न पत्र टेम्पलेट तैयार करने के लिए परक एनसीईआरटी के निर्देशानुसार शिक्षा मंडल अध्यक्ष रेणु पिल्लई, सचिव पुष्पा साहू, संयुक्त सचिव श्री अग्रवाल के संरक्षण एवं डॉ प्रदीप कुमार साहू के मार्गदर्शन में उपस्थित परख रिसोर्स पर्सन ने स्कूली शिक्षा के 5+3+3+4 ढांचे की जानकारी दी, वहीं राष्ट्रीय स्तर के सभी बोर्ड के प्रश्न पत्रों में एकरूपता लाने के लिए मास्टर ट्रेनर तैयार करते हुए दक्षता आधारित अधिगम पर जोर दिया गया। परक के माध्यम से सभी बोर्ड की एकरूपता एवं स्कॉलैस्टिक प्रोग्रेस कार्ड पर कार्य किया जा रहा है।
ब्लूम टैक्सोनॉमी पर चर्चा करते हुए मूल्यांकन के विभिन्न स्तरों पर ध्यान केन्द्रित करने की जानकारी दी गई। वर्तमान मूल्यांकन पद्धति भविष्य में किस प्रकार बदलेगी तथा मूल्यांकन किस प्रकार किया जाएगा इस पर भी गहन चिंतन किया गया। प्रश्नों को संज्ञान तथा कठिनाई स्तर के आधार पर किस प्रकार अलग किया जाए इस पर भी गहन चिंतन किया गया। मास्टर ट्रेनर्स को अलग-अलग समूहों में बांटकर छत्तीसगढ़ बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्रों के आधार पर अभ्यास कराया गया। प्रशिक्षणार्थियों को वर्ष 2024 के प्रश्न पत्रों के आधार पर अभ्यास कराया गया। कार्यक्रम में प्रीति शुक्ला, शिवा सोमवंशी सहित बोर्ड के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
कार्यशाला में शामिल गरियाबंद टीम ने जिला शिक्षा अधिकारी एके सारस्वत, डीएमसी, समस्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, बीआरसीसी,एडीपीओ व शिक्षा जगत से जुड़े सभी विद्वानों को विशेष सहभागिता प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया है।