Goldman Sachs की ‘BUY’ रेटिंग से मार्केट में हलचल

नई दिल्ली : HUL Share Price: शुक्रवार की सुबह शेयर बाजार में एक दिलचस्प हलचल देखी गई. FMCG सेक्टर की दिग्गज कंपनी Hindustan Unilever Ltd (HUL) के शेयरों में अचानक तेजी आ गई. यह तेजी महज बाजार के मूड की वजह से नहीं, बल्कि एक ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म के पॉजिटिव आउटलुक के कारण आई है। गोल्डमैन सैक्स, जो दुनिया की सबसे प्रभावशाली निवेश सलाहकार कंपनियों में से एक है, ने HUL के स्टॉक को लेकर ‘बाय’ रेटिंग दी है। इस ऐलान के बाद शेयर में तेजी से खरीदारी शुरू हो गई।

क्या कहा गोल्डमैन सैक्स ने?

गुरुवार को कंपनी के तिमाही नतीजों के तुरंत बाद, गोल्डमैन सैक्स ने HUL की रेटिंग को ‘न्यूट्रल’ से बदलकर ‘बाय’ कर दिया. इतना ही नहीं, टारगेट प्राइस को भी ₹2400 से बढ़ाकर ₹2900 कर दिया गया. यह पहली बार है जब 2022 के बाद से ब्रोकरेज हाउस ने HUL को ‘बाय’ रेटिंग दी है. इस नए टारगेट का मतलब है कि स्टॉक के मौजूदा बंद स्तर से लगभग 15% की संभावित बढ़त और बाकी बाजार से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।

शेयर में कैसी रही चाल?

गुरुवार को ही स्टॉक ने करीब 4% की तेजी के साथ ₹2727 का इंट्राडे हाई छुआ था. शुक्रवार को भी खरीदारी जारी रही, और खबर लिखे जाने तक यह 2% की बढ़त के साथ ₹2568 के आसपास ट्रेड कर रहा था. इस उछाल को सीधे तौर पर गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट से जोड़ा जा रहा है।

बिक्री बढ़ेगी, मुनाफा उड़ेगा

गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि बदलते आर्थिक परिदृश्य और कंपनी के आंतरिक सुधारों की वजह से HUL के प्रॉफिट मार्जिन और सेल्स ग्रोथ दोनों में सुधार देखने को मिलेगा. ब्रोकरेज का अनुमान है कि इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही तक HUL की बिक्री में 7% से 9% की ग्रोथ देखने को मिल सकती है. और यह ट्रेंड 2027 तक जारी रह सकता है।

क्यों बढ़ेगा प्रॉफिट?

जैसे-जैसे बिक्री बढ़ेगी, कंपनी अपनी फिक्स्ड कॉस्ट और एडवर्टाइजिंग खर्च को फैलाकर प्रति यूनिट अधिक मुनाफा कमा पाएगी. इससे ऑपरेटिंग मार्जिन भी सुधरेगा और कुल लाभप्रदता में तेज़ बढ़ोतरी आएगी. गोल्डमैन का मानना है कि वित्त वर्ष 2026 से 2028 के बीच EPS (Earnings Per Share) में दो अंकों में उछाल देखने को मिल सकता है। यह बढ़त 2023 से 2026 के बीच की 1%-4% ग्रोथ की तुलना में कहीं ज़्यादा मजबूत होगी।

हालांकि रेटिंग पॉजिटिव है, लेकिन ब्रोकरेज ने दो अहम जोखिमों की भी बात की है:

अगर कच्चे माल की कीमतों में तेज़ उछाल होता है, तो HUL की लागत बढ़ सकती है और प्रॉफिट दबाव में आ सकता है। अगर आर्थिक हालात कमजोर होते हैं और लोग ज़रूरी चीज़ों पर भी कम खर्च करने लगते हैं, तो HUL की बिक्री पर असर हो सकता है।

निवेशकों के लिए क्या संकेत है?

अगर आप एक लॉन्ग टर्म निवेशक हैं और FMCG सेक्टर में स्थायित्व और ग्रोथ दोनों चाहते हैं, तो यह स्टॉक आपके रडार पर ज़रूर होना चाहिए. गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट ने निवेशकों को एक स्पष्ट संकेत दे दिया है, HUL की रफ्तार अब बढ़ने वाली है।

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