विश्व बाजार में भारतीय खिलौनों का निर्यात 61 फीसदी बढ़ा
रायपुर : बात अगस्त 2020 की है, जब अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनमानस को झकझोरते हुए कहा था, “विश्व में खिलौना उद्योग लगभग 7 लाख करोड़ रुपये का है। इसमें भारतीय हिस्सेदारी बहुत ही कम है।
लेकिन जिस देश में इतनी बड़ी विरासत हो, परंपरा हो, विविधता हो, युवा आबादी हो, उस देश की हिस्सेदारी इतनी कम। जी नहीं, यह सुनने में अच्छा नहीं लगता, हमें मिलकर इसे आगे बढ़ाना होगा।” प्रधानमंत्री की इस अपील के साथ ही खिलौना सेक्टर में भारत की आत्मनिर्भरता की नई कहानी लिखी गई।
एक महीने का टॉयकथॉन, देश का पहला टॉय फेयर, 100 फीसदी विदेशी निवेश की मंजूरी, टॉय क्लस्टर, विदेशी खिलौनों के आयात पर अनिवार्य प्रमाणन, भारतीय खिलौनों में इनोवेशन और डिजिटल गेमिंग के सेक्टर में नई शुरुआत हुई। इन पहलों का असर अब दिखने लगा है। भारत में
2018-19 में जहां 371 मिलियन डॉलर के खिलौने आयात किए गए थे, वहीं 2021-22 में यह आयात 70 फीसदी कम होकर 110 मिलियन डॉलर पर आ गया है। इसके साथ ही, 2018-19 में भारतीय खिलौनों का विदेशी बाजारों में निर्यात 202 मिलियन था, वह 61% की बढ़ोतरी के साथ 2021-22 में 326 मिलियन डॉलर पहुंच गया है।