आईएसबीएम विश्वविद्यालय के IQAC सेल द्वारा ITS कॉलेज गरियाबंद में छात्र विकास कार्यक्रम का आयोजन

गरियाबंद: शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता और नवाचार को बढ़ावा देने के संकल्प के तहत आईएसबीएम विश्वविद्यालय के IQAC (Internal Quality Assurance Cell) के डायरेक्टर डॉक्टर एन. कुमार स्वामी द्वारा द्वारा Institute of Technology and Science (ITS) कॉलेज, गरियाबंद में एक विशेष संयुक्त छात्र विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों को अकादमिक सशक्तिकरण, कौशल विकास, और सामाजिक-आर्थिक चिंतन की ओर प्रेरित करना था, जिससे न केवल अपने करियर में ऊंचाइयां छू सकें बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास में भी सार्थक योगदान दे सकें।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, आईएसबीएम विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता, डॉ. सुभाषिश बिस्वास ने “छत्तीसगढ़ के सामाजिक-आर्थिक विकास की समस्याएं और संभावनाएं – नवीन उपाय और शोध विषय” पर अपनी विचारोत्तेजक प्रस्तुति दी। उन्होंने विद्यार्थियों को सृजनात्मकता और अनुसंधान-आधारित सोच को अपनाने के लिए प्रेरित किया, जिससे वे क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावशाली परिवर्तन का सूत्रपात कर सकें। डॉ. बिस्वास ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि आधुनिक युग में सिर्फ डिग्री ही नहीं, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान और नवाचार क्षमता ही सफलता की कुंजी है।इस अवसर पर ITS कॉलेज, गरियाबंद के प्राचार्य डॉ. सत्येन्द्र तिवारी और डायरेक्टर बी.पी. वर्मा ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया।
उन्होंने स्टार्टअप, उद्यमिता, और तकनीकी नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया, जिससे वे आत्मनिर्भर बनकर समाज की आर्थिक संरचना को मजबूत कर सकें। उन्होंने इस कार्यक्रम को छात्रों के लिए एक स्वर्णिम अवसर बताया, जहां वे प्रेरणा, मार्गदर्शन और अवसरों का सही उपयोग कर सकते हैं।इस गरिमामयी आयोजन का संचालन कार्यक्रम समन्वयक, सहायक प्राध्यापक रेखा साहू और लैब टेक्नीशियन मोहनलाल ध्रुव के मार्गदर्शन में हुआ। कार्यक्रम में ITS कॉलेज के सहायक प्राध्यापक छत्रपाल साहू, पूजा यादव, श्रीमती सरीता यादव सहित अनेक शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रही।
विद्यार्थियों के लिए एक नए युग की शुरुआत
यह विशेष आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक नए शैक्षणिक युग की शुरुआत थी, जहां छात्र सिर्फ शिक्षा ग्रहण करने वाले नहीं, बल्कि समाज के भविष्य निर्माता के रूप में उभरकर सामने आएंगे। यह कार्यक्रम नवाचार, नेतृत्व, और उत्कृष्टता का एक सशक्त मंच सिद्ध हुआ, जिसने छात्रों को अपनी प्रतिभा को निखारने और उसे समाज की प्रगति में लगाने की दिशा में नया दृष्टिकोण दिया।