60 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की नौकरी खतरे में, जानिए क्या है मामला

नई दिल्ली: स्टार्टअप कंपनियों के कर्मचारियों के लिए कोई अच्छी खबर नहीं है. इस साल अब तक इन कंपनियों ने करीब 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की है और साल के अंत तक यह संख्या 60 हजार के पार पहुंच सकती है। ओला, ब्लिंकिट, बायजूस, अनएकेडमी, वेदांतू, कार्स24, मोबाइल प्रीमियर लीग, लीडो लर्निंग, एमफाइन, ट्रेल, फारआई, फरलैंको और कई अन्य ने इस साल अब तक हजारों कर्मचारियों की छंटनी की है। एडटेक और ई-कॉमर्स कंपनियां आगे भी हजारों कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी कर रही हैं।

सूत्रों के मुताबिक इस वर्ष, 25 शहरों की 122 स्टार्टअप कंपनियां यूनिकॉर्न बनने की राह पर हैं। यूनिकॉर्न को ऐसी कंपनियां कहा जाता है, जिनका मूल्यांकन एक अरब डॉलर से अधिक होता है। विडंबना यह है कि भारतीय स्टार्टअप कंपनियों को अभी भी फंडिंग मिल रही है, लेकिन छंटनी का अनुपात भी तेजी से बढ़ रहा है। उद्योग के जानकारों का कहना है कि पुनर्गठन और लागत प्रबंधन के नाम पर इस साल कम से कम 60,000 कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है। ओला, अनएकेडमी, वेदांतु, कार्स24 और एमपीएल जैसी यूनिकॉर्न कंपनियों ने भी कर्मचारियों की छंटनी की है।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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