जीवन में सही ‘ड्रेस और एड्रेस’ का महत्व, जानिए कैसे उन्होंने भूखे रहकर जुटाए पैसे
नई दिल्ली : जीवन में ड्रेस और एड्रेस का बड़ा महत्व है। यह कहना है देश की दिग्गज माइनिंग कंपनी वेदांता के फाउंडर चेयरमैन अनिल अग्रवाल का। अग्रवाल सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। पिछले कुछ दिनों से वे अपने जीवन के खास किस्से लोगों के साथ शेयर कर रहे हैं। अग्रवाल कहते हैं कि सही ‘ड्रेस और एड्रेस’ के मंत्र में उनका विश्वास रहा है।
यहां सही ड्रेस का मतलब है कि हमारे कपड़े हमेशा साफ हों। यह जरूरी नहीं है कि कपड़े महंगे हों। लेकिन कपड़े साफ इस्तरी किये होने चाहिए। यह आपको दूसरों से अलग बनाएगा। एड्रेस से यहां अर्थ है कि आप अपना समय कहां बताते हैं। अगर आप ऐसी जगह रहते हैं, जहां आपको हर पल कुछ सीखने को मिले, तो उसका बड़ा असर पड़ता है। अग्रवाल ने इसी तरह की कई अहम बातें लोगों के साथ साझा की।
अनिल अग्रवाल का कहना है कि वह मीटिंग के लिए फाइव स्टार होटलों में जाया करते थे। इसके लिए वे पैसे बचाने के चक्कर में वे भूखे रह जाते थे। होटल बड़े निवेशकों की पसंदीदा जगह हुआ करते थे। अग्रवाल सड़क किनारे एक दुकान से कपड़े इस्त्री कर होटल पहुंचते थे। वे समय से पहले होटल पहुंच जाते थे। शुरुआती दिनों में अग्रवाल के पास एक ही ‘ग्रे सूट’ था। इस ग्रे सूट में उन्होंने कई बड़े बिजनेस डील की।
ध्यान यात्रा पर होना चाहिए न कि उसके अंत पर
अनिल का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। इसके बावजूद उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से खनन और धातु के कारोबार में महारत हासिल की। उन्होंने बिहार से अपनी यात्रा शुरू की और मुंबई के रास्ते लंदन पहुंचे। अग्रवाल ने 2003 में अपनी कंपनी को लंदन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट कराया। अग्रवाल ने एक पोस्ट में लिखा, ‘लोगों ने मुझसे कहा कि एक छोटा पक्षी बड़े आसमान में नहीं उड़ता।
कुछ डर भी था। हालांकि, लंदन का पुराना अनुभव और उनके पिता से सीखी गई सीख उनके काम आई। उन्होंने मुझे सिखाया कि हमारा ध्यान यात्रा पर होना चाहिए न कि उसके अंत पर। वे कहते थे कि जब तक आप रास्ते का आनंद लेते हैं, आपको मनचाहा रास्ता मिल जाएगा।