जानें आईटीआर फाइल करने के फायदे

रायपुर : आयकर रिटर्न दाखिल करने के कई फायदे हैं। बहुत से लोग आईटीआर भरने के लाभों के बारे में नहीं जानते हैं, इसलिए आपको आईटीआर भरने के लाभों के बारे में बता रहे हैं। जब भी कोई व्यक्ति आयकर रिटर्न दाखिल करता है, तो उसे प्रमाणपत्र मिलता है। तब उसके साथ फॉर्म 16 भरा जाता है। फॉर्म 16 मिल जाता है जहां वह व्यक्ति काम कर रहा है। इस तरह एक आधिकारिक पेपर प्रमाणित हो जाता है। जो साबित करता है कि व्यक्ति की इतनी रुपए सालना फिक्स आमदनी है । आय का एक पंजीकृत प्रमाण होने से क्रेडिट कार्ड, ऋण या स्वयं के क्रेडिट को साबित करने में मदद मिलती है।

आयकर रिटर्न इनकम का प्रूफ होता है। इसे सभी सरकारी और प्राइवेट संस्थान इनकम प्रूफ के तौर पर स्वीकार करते हैं। अगर आप बैंक लोन के लिए आवेदन करते हैं तो बैंक कई बार आयकर रिटर्न मांगते हैं। अगर आप नियमित तौर पर आयकर रिटर्न फाइल करते हैं तो आपको बैंक से आसानी से लोन मिल जाता है। इसके अलावा आप किसी भी वित्तीय संस्था से लोन के अलावा दूसरी सेवाएं भी आसानी से हासिल कर सकते हैं।

आप किसी दूसरे देश में जा रहे हैं तो वीजा के लिए जब आप आवेदन करते हैं तो आपसे इनकम टैक्स रिटर्न मांगा जा सकता है। कई देशों की वीजा अथॉरिटीज वीजा के लिए 3 से 5 साल का आयकर रिटर्न मांगते हैं। आयकर रिटर्न के जरिए वे चेक करते हैं कि जो आदमी उनके देश में आना चाहता है कि उसका फाइनेंशियल स्टेटस क्या है। आयकर रिटर्न रसीद आपके पंजीकृत पते पर भेजी जाती है, जो एड्रेस प्रूफ के रूप में काम कर सकती है। इसके अलावा यह आपके लिए इनकम प्रूफ का भी काम करती है।अगर आप खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आयकर रिटर्न भरना बहुत जरूरी है। इसके अलावा अगर आप किसी विभाग के लिए कॉन्ट्रेक्ट हासिल करना चाहते हैं तो आपको आयकर रिटर्न दिखाना पड़ेगा। किसी सरकारी विभाग में कॉन्ट्रेक्ट लेने के लिए भी पिछले 5 साल का आयकर रिटर्न देना पड़ता है।

अगर आप ज्यादा पैसे का कोई लेन-देन करते हैं तो आयकर रिटर्न आपके लिए मददगार साबित होता है। आयकर रिटर्न फाइल करते रहने की वजह से संपत्ति खरीदने या बेचने, बैंक में बड़ी राशि जमा करने, म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बाद आयकर विभाग से नोटिस आने का जोखिम नहीं होता हैं। अगर आप एक करोड़ रुपये का बीमा कवर (टर्म प्लान) पाना चाहते हैं, तो बीमा कंपनियां आपसे आईटीआर मांग सकती हैं। वास्तव में, वे केवल आपकी आय के स्रोत को जानने और इसकी नियमितता की जांच करने के लिए आयकर रिटर्न पर ही भरोसा करती हैं।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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