स्वावलंबी महिला समिति द्वारा 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया गया
गरियाबंद : स्वावलंबी महिला विकास समिति गरियाबंद की ओर से 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया गया. जिसमें स्वावलंबी महिला विकास समिति के सदस्यों ने ग्राम कोकड़ी गरियाबंद में तिलक लगाकर बुजुर्गों का पूजन किया और उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया।
स्वावलंबी महिला विकास समिति के सदस्यों ने 14 फरवरी को ग्राम कोकड़ी गरियाबंद में बुजुर्गों को तिलक लगाकर शाल, नारियल और फल भेट कर पूजन किया व पैर छूकर उनसे आर्शीवाद लिया। समिति के अध्यक्ष तनु साहू ने कहा कि, जो माता-पिता और गुरुजनों को प्रणाम करता है और उनकी सेवा करता है, उसकी आयु, विद्या, यश और बल चारों बढ़ते हैं।
उन्होंने कहा कि आज देश में शराब, नशीली दवाओं आदि की बिक्री, आत्महत्या, बलात्कार जैसी घटनाओं के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. हमारे देश में पाश्चात्य संस्कृति की गंदगी बढ़ती जा रही है। इसलिए, भारतीय संस्कृति के अनुसार, माता-पिता पूजा दिवस स्कूलों और कॉलेजों में मनाया जा रहा है। दुनिया के सभी धर्मों और संप्रदायों में माता-पिता को सबसे अच्छा स्थान माना जाता है। जो बच्चे अपने माता-पिता का सम्मान करते हैं, उनकी उम्र, विद्या, प्रसिद्धि और शक्ति में वृद्धि होती है।
उनके दिल के आशीर्वाद का बहुत महत्व है। भारतीय संस्कृति छोटी उम्र में ही बच्चों को महान ऊंचाइयों पर ले जाना चाहती है। इसमें छोटे-छोटे सरल सूत्रों के द्वारा बच्चों के हृदय में श्रेष्ठ कल्याणकारी ज्ञान की स्थापना करने की सुन्दर व्यवस्था है।