आइसक्रीम बाजार में तहलका मचाने की तैयारी में मुकेश अंबानी
नई दिल्ली/सूत्र: देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज तेजी से उभरते आइसक्रीम बाजार में उतरने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक रिलायंस रिटेल वेंचर्स की एफएमसीजी कंपनी इंडिपेंडेंस ब्रांड के साथ रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स में एंट्री कर सकती है। कंपनी ने इस ब्रांड को पिछले साल गुजरात में लॉन्च किया था। कंपनी आइसक्रीम बनाने के लिए गुजरात की एक कंपनी से बातचीत कर रही है। बाजार के जानकारों का कहना है कि रिलायंस के आने से संगठित आइसक्रीम बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है। देश का आइसक्रीम बाजार 20,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का है। इसमें संगठित क्षेत्र की 50 फीसदी हिस्सेदारी है।
इस संबंध में रिलायंस को भेजे गए ईमेल का कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया। कंपनी अपने उत्पादों को एफएमसीजी सेगमेंट में लॉन्च करना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक गुजरात की आइसक्रीम कंपनी से बातचीत अंतिम चरण में है। कंपनी इस साल गर्मियों में अपनी आइसक्रीम लॉन्च कर सकती है। कंपनी अपने डेडिकेटेड ग्रॉसरी रिटेल आउटलेट्स के जरिए आइसक्रीम बेच सकती है। कंपनी इंडिपेंडेंस ब्रांड के तहत खाद्य तेल, दालें, अनाज और पैकेज्ड फूड बेचती है। एक विशेषज्ञ ने कहा कि रिलायंस के आने से आइसक्रीम बाजार में बड़ा बदलाव आ सकता है और प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी की प्रोडक्ट रेंज क्या होगी और वह किन बाजारों पर फोकस करेगी।
भारत का आइसक्रीम बाजार 20,000 करोड़ रुपये का है। इसमें संगठित क्षेत्र की हिस्सेदारी 50 फीसदी है। देश के लोगों की डिस्पोजेबल इनकम बढ़ रही है। इसके साथ ही देश में आइसक्रीम बाजार में अगले पांच वर्षों में दो अंकों की वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी मांग बढ़ रही है। ऐसे में और भी कई कंपनियां इस बाजार में आ सकती हैं। हैवमोर आइसक्रीम, वाडीलाल इंडस्ट्रीज लिमिटेड और अमूल बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपनी क्षमता बढ़ा रहे हैं। रिलायंस ने हाल ही में डेयरी क्षेत्र के दिग्गज आरएस सोढ़ी को अनुबंधित किया है। सोढ़ी ने अमूल में कई सालों तक काम किया है।