Hindenburg: महज 5 साल पुरानी इस कंपनी ने हिला दिया अडानी का साम्राज्य

नई दिल्ली/सूत्र : साल 2023 की शुरुआत तक दुनिया के तीसरे सबसे अमीर उद्योगपति गौतम अडानी एक झटके में 25 अरब डॉलर गंवाकर इस लिस्ट में सातवें नंबर पर पहुंच गए। यह दौर यहीं खत्म नहीं हो रहा है। इस रिपोर्ट की वजह से न चाहते हुए भी गौतम अडानी के साथ एक शर्मनाक रिपोर्ट जुड़ गई है. इस साल संपत्ति के नुकसान के मामले में गौतम अडानी पहले नंबर पर पहुंच गए हैं। आखिर कौन सी अमेरिकी कंपनी है, जिसकी रिपोर्ट ने गौतम अडानी की नींद उड़ा दी है?

अमेरिकी फॉरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म कंपनी हिंडनबर्ग की शुरुआत साल 2017 में हुई थी। नाथन एंडरसन ने इस कंपनी की शुरुआत की थी। कनेक्टिकट विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद, एंडरसन ने फैक्टसेट और डेटा एनालिसिस कंपनी की शुरूआत की। शुरुआत में उन्होंने इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनियों में काम किया। 2017 में उन्होंने शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च को प्रमोट किया था।

हिंडनबर्ग रिसर्च फर्म एक फोरेंसिक वित्तीय शोध फर्म है जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव का विश्लेषण करती है। हिंडनबर्ग किसी भी कंपनी में होने वाली गड़बड़ी का पता लगा लेता है और उस पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित करता है। फर्म ने अपनी रिपोर्ट में लेखांकन अनियमितताओं, प्रबंधन चूकों और अघोषित संबंधित पार्टी लेनदेन को शामिल किया है। यह कंपनी लक्ष्य कंपनियों के खिलाफ दांव लगाती है। कंपनी कॉर्पोरेट कंपनियों का ट्रैक रिकॉर्ड बनाए रखती है।

एंडरसन ने अपनी कंपनी का नाम साल 1937 में हुए हिंडनबर्ग एयरशिप हादसे के नाम पर अपनी कंपनी का नाम रखा। इस दुर्घटना में कई लोगों की जान चली गई। कंपनी के फाउंडर एंडरसन ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को दिए इंटरव्यू के दौरान बताया कि वह पहले इजरायल में एंबुलेंस चलाते थे। काम करते हुए उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और डेटा कंपनी फैक्टसेट रिसर्च सिस्टम में काम करने के बाद हिंडनबर्ग  की स्थापना की। आपको जानकर हैरानी होगी कि हिंडनबर्ग  कंपनी सिर्फ 10 कर्मचारियों के साथ काम करती है।

अडानी ग्रुप पहली कंपनी नहीं है जिसे हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट दी है। इससे पहले भी वह 16 कंपनियों की अनियमितताओं को लेकर अपनी रिपोर्ट सामने रख चुका है. अडानी से पहले इस कंपनी ने ट्विटर इंक को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी। साल 2020 में इस कंपनी ने इलेक्ट्रिकल कंपनी निकोला कोर्स को लेकर एक सनसनीखेज रिपोर्ट दी थी। अब हिंडनबर्ग के निशाने पर अडानी ग्रुप आ गया है. हिंडनबर्ग ने अपनी निगेटिव रिपोर्ट में अडानी समूह की कंपनियों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

इस रिपोर्ट के आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट से निवेशकों के 4.2 लाख करोड़ रुपए डूब गए हैं। वहीं, गौतम अडानी की नेटवर्थ में दो दिन में 25 अरब डॉलर की गिरावट आई है। इस गिरावट की वजह से वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में नीचे खिसक गए हैं। फोर्ब्स बिलियनेयर इंडेक्स की लिस्ट में वह तीसरे नंबर से गिरकर 7वें नंबर पर आ गए हैं।

Show More

KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

Related Articles

Back to top button
Translate »