बढ़ते वायु प्रदूषण ने बढ़ाई एयर प्यूरीफायर की बिक्री, 500 करोड़ का हुआ बाजार

नई दिल्ली/सूत्र: बढ़ते वायु प्रदूषण ने दिल्ली एनसीआर समेत देश के कई बड़े शहरों में जनजीवन प्रभावित किया है. दिवाली के बाद और नवंबर की शुरुआत के साथ ही आसमान में फैली प्रदूषण की काली धुंध ने लोगों का सांस लेना दूभर कर दिया है. इस वजह से कई इलाकों में स्कूल नवंबर के दूसरे हफ्ते तक के लिए बंद कर दिए गए हैं. वहीं प्रदूषण से बचने और स्वच्छ हवा पाने के लिए लोगों ने एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, जिससे अचानक से एयर प्यूरीफायर की बिक्री बढ़ गई है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रही। जबकि एसीआर में भी वायु गुणवत्ता की स्थिति कुछ ऐसी ही है। मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि दिवाली के बाद हवा में प्रदूषण पाया जा रहा है. ठंड का मौसम आने और वाहनों से निकलने वाली धूल के कारण यह बढ़ रहा है। पराली जलाने से भी प्रदूषण बढ़ रहा है। कई इलाकों में स्कूलों को भी बंद रखा गया है।

वायु प्रदूषण के खतरे से बचने के लिए दिल्ली एनसीआर में भी एयर प्यूरीफायर की बिक्री बढ़ रही है। वहीं, कुछ एयर प्यूरीफायर निर्माता इस सीजन में दो अंकों में ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं। भारत में एयर प्यूरीफायर का बाजार आकार 500 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है। एयर प्यूरीफायर ज्यादातर महानगरों, मेट्रो शहरों में बेचे जाते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल नवंबर और दिसंबर में ही इसकी मांग बढ़ जाती है, जब एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) खतरनाक स्तर को छू लेता है।

एयर प्यूरीफायर का कारोबार करीब आठ साल पहले तब सुर्खियों में आया था जब दिल्ली एनसीआर और आसपास के इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) स्तर नवंबर और दिसंबर में खतरनाक स्तर पर पहुंचने लगा था। उसके बाद कई कंपनियां इस सेगमेंट में कूद पड़ी थीं। एलजी, केंट, ब्लू स्टार, पैनासोनिक, वोल्टास समेत कई बड़ी कंपनियां एयर प्यूरीफायर बाजार में पैर जमा रही हैं।

शहरों में एयर प्यूरीफायर की बढ़ती मांग

केंट आरओ सिस्टम्स के सीएमडी, ने सूत्रों को बताया कि हमने देखा है कि पिछले चार वर्षों में दिल्ली में धुंध की स्थिति के दौरान वायु शोधक की मांग में अचानक वृद्धि हुई है। सर्दियों की शुरुआत केवल हवा की गुणवत्ता को खराब करती है और एयर प्यूरीफायर की बिक्री बढ़ाने के लिए उत्प्रेरक का काम करती है। उन्होंने कहा कि पहले दिल्ली एनसीआर में एयर प्यूरीफायर की बिक्री सीमित थी। हालांकि इस साल अन्य शहरों से भी इनकी मांग बढ़ी है।

ब्लू स्टार के प्रबंध निदेशक ने सुझाव दिया कि सरकार को एयर प्यूरीफायर के लिए एयर फिल्ट्रेशन मानक तय करने चाहिए। इससे भोले-भाले ग्राहकों को सही उत्पाद चुनने में मदद मिलेगी। वर्तमान में एयर प्यूरीफायर 2,000 रुपये से 98,999 रुपये के बीच ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनलों पर HEPA फिल्टर से लेकर यूवी फिल्टर तक बेचे जाते हैं।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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