“इमली चस्का टेस्ट ऑफ सुकमा” अब ऑनलाइन प्लेटफार्म पर पढ़ें खास खबर

ऑनलाइन प्लेटफार्म ’ट्राइबल इंडिया ई-मार्केट प्लेस’ में शामिल किया गया 
जनजातीय उद्यमियों के उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने 
ट्राईफेड ने लांच किया ऑनलाइन प्लेटफार्म

रायपुर : अब देश-विदेश के लोग छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल सुकमा जिले के जनजातीय उद्यमियों द्वारा बस्तर की प्रसिद्ध इमली से तैयार किए गए ‘इमली चस्का टेस्ट ऑफ सुकमा‘ के ब्राण्ड नेम से तैयार गुणवत्तापूर्ण इस उत्पाद की ऑनलाईन खरीदी कर इसका स्वाद ले सकेंगे। जनजातीय उद्यमों के उत्पाद व हस्तशिल्प के उत्पादों को बेहतर बाजार सुनिश्चित कराने के लिए ट्राईफेड ने ’ट्राइब्ल इंडिया ई-मार्केट प्लेस’ ऑनलाइन प्लेटफार्म लांच किया है। इस ऑनलाइन प्लेटफार्म पर छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जनजाति उद्यमियों द्वारा उत्पादित इमली चस्का ‘टेस्ट ऑफ सुकमा‘ को शामिल किया गया है। 
    

इमली चस्का टेस्ट ऑफ सुकमा

ट्राईफेड आदिवासी उद्यमियों के उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने और लोगों को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद को सीधे बाजार तक पहुंचाने में मदद कर रही है। इसी के तहत गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर को ट्राईफेड ई मार्केट का ऑनलाइन शुभारंभ हुआ है। ’ट्राइब्ल इंडिया ई-मार्केट प्लेस’ के अन्तर्गत छत्तीसगढ़ से सुकमा जिले के इमली चस्का उत्पाद को ट्राइब्ल इंडिया प्रोडक्ट लाइन-अप में शामिल किया गया हैं। इसके अलावा मार्केट प्लेस ट्राइब्ल इंडिया में छत्तीसगढ़ के जनजातियों द्वारा बनाये गए आकर्षक हस्तशिल्प और सजावटी सामानों को भी शामिल किया जायेगा। इसमें सुकमा की इमली से बनी इमली चस्का के अलावा हल्दी पावडर जैसे मसाले भी शामिल किये जायेंगे। गौरतलब है कि ट्राइब्ल इंडिया ई-मार्केट प्लेस एक ऐसी महत्वाकांक्षी पहल है, जिसके माध्यम से ट्राइफेड का लक्ष्य देश भर में विभिन्न हस्तशिल्प, हाथकरघा और प्राकृतिक खाद्य उत्पादों की खरीदी करना है ताकि आम जनता तक सर्वोत्तम जनजातीय उत्पादों को पहुंचाया जा सके। यह मंच जनजातीय आपूर्तिकर्ताओं को ई-मार्केट प्लेस में अपना सामान बेचने के लिए बहुव्यापी चैनल की सुविधा प्रदान करता है। छत्तीसगढ़ के इमली चस्का ‘टेस्ट ऑफ सुकमा‘ को शामिल किया गया है। 

छत्तीसगढ़ में इमली चस्का ’टेस्ट ऑफ सुकमा’ उत्पाद का निर्माण अरण्य प्रस्संकरण सहकारी समिति मर्यादित सुकमा द्वारा किया जाता हैै। इस समिति में जिले के 21 महिला सदस्य शामिल है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा आपस में मिलकर अरण्य प्रसंकरण सहकारी समिति का गठन किया गया है। समिति के प्रबंधक ने बताया गया कि इमली शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में खरीदी जाती है। मांग के अनुसार 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और पाउच में इमली चस्का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा ट्राइफेड ने दो हजार पैक इमली चस्का का आर्डर दिया है, साथ ही हल्दी पावडर के आर्डर के लिए भी सहमति दी है। इमली चस्का टेस्ट ऑफ सुकमा प्रोडक्ट शबरी मार्ट सुकमा में भी उपलब्ध है।
 

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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