कोका-कोला में बड़ा बदलाव! ट्रंप की मांग पर कंपनी का कबूलनामा
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी काम कर गई। उन्होंने कोका-कोला को कोक में हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप के बजाय गन्ने की चीनी का इस्तेमाल करने को कहा था। कंपनी ने यह बात मान ली है। कोका-कोला एक नया Coke लाने वाली है जो गन्ने की चीनी से बनेगा। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि उन्होंने कोका-कोला को हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप बदलने के लिए मनाया है। कंपनी का कहना है कि वह जल्द ही गन्ने की चीनी से बना Coke बाजार में उतारेगी। कंपनी कई देशों में पहले से ही गन्ने की चीनी का यूज करती है। लेकिन कंपनी अमेरिका में पहली बार कोक में गन्ने की चीनी का यूज करने जा रही है।
कंपनी का कहना है कि यह नया Coke लोगों को और भी विकल्प देगा। लोग अपनी पसंद के हिसाब से इसे चुन सकेंगे। कंपनी के सीईओ जेम्स क्विंसी ने उम्मीद जताई कि यह ड्रिंक लोगों को पसंद आएगी। उन्होंने यह भी बताया कि कोका-कोला अमेरिका में बिकने वाले अपने कई दूसरे ड्रिंक्स में भी गन्ने की चीनी का इस्तेमाल करती है। इनमें नींबू पानी और कॉफी शामिल है। हम अलग-अलग तरह के स्वीटनर इस्तेमाल करना चाहते हैं, ताकि लोगों को उनकी पसंद का स्वाद मिल सके।
पिछले हफ्ते ट्रंप ने कहा था कि कोका-कोला अपने कोला में गन्ने की चीनी का इस्तेमाल करने के लिए सहमत हो गई है। लेकिन कंपनी ने बताया कि Coke की असली रेसिपी नहीं बदलेगी। उसमें हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप ही इस्तेमाल होगा। कंपनी गन्ने की चीनी से बना एक अलग Coke बनाएगी। ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन के हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज सेक्रेटरी रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न के खिलाफ हैं। उनका कहना है कि अमेरिकी में खाने-पीने की चीजों से आर्टिफिशियल और प्रोसेस्ड चीजें हटाई जाएं।
उन्होंने एक पॉडकास्ट में कहा था कि हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप आपको मोटा और डायबिटिक बनाने का फॉर्मूला है। कॉर्न सिरप सस्ता होता है, इसलिए कोका-कोला ने कई साल पहले इसका यूज शुरू कर दिया था। लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोक में किसी भी तरह की चीनी का यूज सेहत के लिए अच्छी नहीं होता है। उनका कहना है कि सरकार को चीनी के कम यूज पर ध्यान देना चाहिए। हालांकि कोका-कोला की प्रतिद्वंद्वी पेप्सिको का कहना है कि उसकी अपने प्रोडक्ट में बदलाव करने की कोई योजना नहीं है।



