मैगी की पसंदीदा वैरायटी हुई बंद, स्टिंग गोल्ड भी खतरे में – क्या है वजह?

नई दिल्ली/सूत्र : अगर आपको मार्केट में मैगी नूडल्स के कुछ फ्लेवर, स्टिंग गोल्ड और डाबर की चाय, डायपर, हेल्थ ड्रिंक आदि दिखाई न दे तो हैरान नहीं होना। पैकेज्ड सामान बनाने वाली कुछ कंपनियों ने अपने कुछ प्रोडक्ट बंद कर दिए हैं तो कुछ बंद करने का प्लान बना रही हैं। इसका कारण डिमांड में कमी होना है। वहीं कुछ कंपनियां अपने नए प्रोडक्ट को मार्केट में उतारने से कतरा रही हैं। यही नहीं, कंपनियां अपने कर्मचारियों की संख्या भी कम कर रही हैं।

सूत्रो के अनुसार नेस्ले इंडिया ने मैगी नूडल्स के कुछ फ्लेवर को बंद कर दिया है। इसमें मैगी चटपटा और तीखा शामिल हैं। वहीं, डाबर इंडिया ने पिछले हफ्ते बताया कि उन्होंने डायपर, चाय और हेल्थ ड्रिंक के कारोबार से किनारा कर लिया है। ऐसा उन्होंने अपने कारोबार को बेहतर बनाने और मुख्य चीजों पर ध्यान देने के लिए किया है।

कई प्रोडक्ट लाइन मे

पेप्सिको की बॉटलिंग पार्टनर वरुण बेवरेजेस लिमिटेड (VBL) ने कहा कि उनकी एनर्जी ड्रिंक स्टिंग गोल्ड को लेकर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया है। वे देख रहे हैं कि लोग इसे कितना पसंद कर रहे हैं।

वीबीएल के एग्जीक्यूटिव वाइस-चेयरमैन वरुण जयपुरिया ने एक मीटिंग में कहा, ‘हम कर्मचारियों की लागत को कम कर रहे हैं। बेमौसम बारिश के कारण बड़े पैक की बिक्री कम हो गई, क्योंकि बाहर होने वाले कार्यक्रम कम हो गए थे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम गर्मियों में गांवों में अस्थायी दुकानें नहीं लगा पाए, जो आमतौर पर करते हैं।’

गर्मी से जुड़े सामान बनाने वाली कंपनियों को इस साल मार्च से लगातार हो रही बेमौसम बारिश के कारण अपनी योजनाएं रद्द करनी पड़ीं। ये कंपनियां सॉफ्ट ड्रिंक, जूस और आइसक्रीम आदि की मौसमी मांग को पूरा करने के लिए छोटे शहरों और गांवों में अस्थायी दुकानें लगाती हैं।

कमजोर ब्रांड हो रहे गायब

दिल्ली में FMCG प्रोडक्ट के एक बड़े डिस्ट्रीब्यूटर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि चाय, आयुर्वेदिक क्रीम, ओरल केयर, टूथपेस्ट और साबुन जैसे सामानों के दो दर्जन से अधिक कमजोर ब्रांड बाजार से गायब हो रहे हैं। बड़ी कंपनियों ने डिस्ट्रीब्यूटर को बताया है कि मौजूदा स्टॉक खत्म होने के बाद उन्हें दोबारा नहीं भरा जाएगा। उन्होंने कहा कि शेल्फ स्पेस लेना और ऐसे पैक का ट्रांसपोर्टेशन करना, ये सब लागत बढ़ाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा पहले कभी इतने कम समय में नहीं हुआ।

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