मेडिसिनल एंड एरोमैटिक फसलों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

गरियाबंद : कृषि विज्ञान केन्द्र गरियाबंद तथा अखिल भारतीय समन्वित परियोजना – औषधिय तथा सगंध फसल, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जिले की जलवायु परिस्थितियों को ध्यान रखते हुए कृषि में फसलों के विविधीकरण द्वारा उपयुक्त औषधियाँ फसलों का चुनाव करके कृषकों की आय में वृद्धि तथा प्राकृतिक संसाधन जैसे भूमि तथा जल का विवेकपूर्ण उपयोग करते हुये कृषि उत्पादन कार्य करना है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.मनीष चौरसिया द्वारा गरियाबंद में औषधियाँ फसलों की सम्भावना तथा उनके विपणन के विषय में कृषकों को जानकारी प्रदान की गई। तकनीकी सत्र में पादप कार्यिकी, कृषि जैव रसायन,औषधिय एवं सगंध विभाग,इं.गा.कृ.वि.,रायपुर के वैज्ञानिक डॉ.यमन देवांगन द्वारा अश्वगंधा,कालमेघ,बच आदि फसलों की उत्पादन तकनीक के विषय में विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा डॉ.एलिस तिर्की द्वारा लेमनघास तथा खस के विषय पर कृषकों को जानकारी प्रदान की गई।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित कृषक अवनीश पात्र का सम्मान शाल,श्रीफल तथा स्मृति चिन्ह देकर किया गया। श्री पात्र द्वारा पान तथा औषधीय फसलों के विषय पर कृषकों को अपना अनुभव से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण में जिले के विभिन्न ग्रामों से आये 50 कृषकों ने भाग लिया। इस दौरान ज्योति भारद्वाज द्वारा प्रक्षेत्र भ्रमण तथा कृषि विज्ञान केन्द्र की गतिविधियों के विषय पर अवगत कराया गया।