टीकाकरण से मृत्यु का कारण जानने प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य अमला पहुंचा ग्राम रूनियॉडीह

मृत्यु के कारणों की जांच कर परिवार वालों को दी जानकारी

बच्चे की मौत  टीकाकरण से नहीं श्वास नली में मां के दूध चले जाने से हुई

सीएमएचओ ने की अपील-टीकाकरण से बच्चों की शारीरिक मानसिक वृद्धि होती है भ्रामक अफवाहों से बचें एवं टीका नियमित लगवाएं

सुरजपुर : समाचार पत्रों में 2 माह के बच्चे की टीकाकरण से मृत्यु होने का समाचार प्रकाशित हुआ था। जिसके संबंध में आज 09 जनवरी 2021 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री आकाश छिकारा, अपर कलेक्टर श्री एसएन मोटवानी, सूरजपुर एसडीएम श्री पुष्पेन्द्र शर्मा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सूरजपुर ग्राम रूनियॉडीह का भ्रमण कर टेकराम राजवाड़े के घर बच्चे की मृत्यु होने की जानकारी ली। उप स्वास्थ्य केन्द्र, रूनियॉडीह में पदस्थ ए०एन०एम० श्रीमती शाशिकला खलखों ने बताया कि जिस पेण्टावेलेण्ट वायल से टेकराम के बच्चे को टीका लगाया गया था उसी पेण्टावेलेण्ट वायल से अन्य 6 बच्चों को भी टीका लगाया गया था। जिन बच्चों को टीका लगा उनमें से गीता, पिता राजेश उम्र -2 माह , रीना, पिता छब्बे लाल उम्र -3 माह को देखा गया दोनों बच्चे स्वस्थ्य पाये गये।

ग्राम रूनियॉडीह के सरपंच श्री श्रवण सिंह, ने बताया कि दूसरे पारे में चार बच्चे पुत्री सुमारी पिता-बागर साय , उम्र 3 माह , अनिता पुत्री विनय सिंह, उम्र-2 माह , सोना, पुत्री सृष्टि नारायण उम्र-4 माह , लक्ष्मी, पुत्री मुनेश्वर यादव, उम्र- ढाई माह को भी टीका लगाया गया था। जिनमें सभी बच्चे स्वस्थ्य है। बच्चों को पेण्टावेलेण्ट के साथ, ओरल पोलियों, रोटावायरस एवं आई० पी०व्ही0 टीका लगाया गया था। खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता को 7 दिनों तक सभी बच्चों की सतत् निगरानी रखने का निर्देश भी दिया गया था।

परिवार वालों को जानकारी दी गई कि बच्चे की मृत्यु लगाये गये टीके से नहीं हुई है। क्योकि उसी वायल से अन्य बच्चों को भी टीका लगाय गया था और वे सभी बच्चे पुरी तरह से स्वस्थ्य है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, आरएस सिंह ने बताया कि शव परीक्षण रिपोर्ट में मृत्यु के कारण का खुलासा स्वॉसनली में माँ के दूध चले जाने से हुई है। उन्होनें कहा कि बच्चों को टीका लगाना चाहिये, टीकाकरण से जान लेवा बीमारी से बचाया जाता है, टीकाकरण से बच्चों में शारीरिक एवं मानसिक वृद्धि होती है। टीकाकरण से बच्चों में किसी भी प्रकार का दुस्प्रभाव होता है, इस प्रकार की भ्रामक अफवाहों से बचें एवं बच्चों को नियमित टीका लगवायें।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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