किसानों की मांग पर नहरों का जल प्रवाह पूरी तरह बंद
गरियाबंद: खरीफ सीजन में किसानों द्वारा नहर बंद किए जाने की मांग को देखते हुए 23 अक्टूबर 2025 से जिले की नहरों का जल प्रवाह पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है। जल संसाधन विभाग ने यह निर्णय किसानों की सिंचाई आवश्यकताओं के पूर्ण हो जाने के बाद लिया है।
पैरी पिकअप बैराज कुकदा से 25 जुलाई 2025 से दायीं तट मुख्य नहर व फिंगेश्वर वितरक शाखा नहर के माध्यम से पानी छोड़ा गया था। विभागीय टीम के समन्वय से नहरों के अंतिम सिरे तक जल पहुंचाया गया, ताकि फसल को पर्याप्त सिंचाई मिल सके।
जानकारी अनुसार —
✅ फिंगेश्वर उपसंभाग में: 13,712 हेक्टेयर
✅ राजिम उपसंभाग में: 10,964 हेक्टेयर
✅ पाण्डुका उपसंभाग में: 8,810 हेक्टेयर
कृषि रकबे को सिंचाई का लाभ प्राप्त हुआ।
यह पूरी कार्यवाही जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता एस.के. बर्मन के निर्देशन में अनुविभागीय अधिकारी एस.के. चंदेल, युवराम सिन्हा, एम.के. पांडोरिया, सहायक अभियंता प्रतीक पटेरिया, उप अभियंता दुर्गेश सोनकर, विकास ध्रुव एवं मैदानी अमले की सतत निगरानी में सम्पन्न हुई।
किसानों द्वारा अब आगे सिंचाई की आवश्यकता न होने के कारण नहरों को बंद करने का निर्णय लिया गया है।



