आईएसबीएम विश्वविद्यालय में म्यूचुअल फंड पर वेबिनार

छुरा : आईएसबीएम विश्वविद्यालय नवापारा (कोसमी) छुरा, गरियाबंद छत्तीसगढ़  के वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय द्वारा म्यूचुअल फंड पर वेबिनार सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के शुभारंभ में विभागाध्यक्ष ने कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत करते हुए विषय विशेषज्ञ सीए वीके.जैन के बारे में परिचय एवं स्वागत उद्बोधन किया दिया। वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय के इस वेबिनार में प्रमुख वक्ता वीके.जैन पेशे से चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं।

जिन्हें वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय में सीए और एमबीए अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने का व्यापक अनुभव है। जैन स्टॉक और शेयर ब्रोकर और वित्तीय सलाहकार के रूप में 15 वर्षों का अनुभव रखते हैं। पिछले 7 वर्षों से आईसीएआई द्वारा निवेशक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए एक संसाधन व्यक्ति के रूप में नियुक्त और 350 से अधिक कार्यक्रमों का संचालन किया है।

बीएसई/एनएसई/सेबी/एएमएफआई/म्यूचुअल फंड के सहयोग से आईईपीएफ के तत्वावधान में 100 से अधिक निवेशक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन का अनुभव है। कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता ने अपने उदबोधन में कहा कि, ‘बाजार में उपलब्ध विभिन्न निवेश के तरीकों जैसे रियल एस्टेट, सोना, सरकार/आरबीआई बॉन्ड, कॉर्पोरेट बॉन्ड, सरकारी योजनाओं (डाकघर) के बारे में जानकारी दी। योजनाएं, पीपीएफ, एनपीएस, सुकन्या समृद्धि योजना, प्रतिभूति बाजार आदि। उन्होंने आम निवेशकों को सीधे प्रतिभूति बाजार में प्रवेश न करने के लिए आगाह किया क्योंकि बाजार में निहित जोखिम हैं और जब तक निवेशक को बाजार, क्षेत्रों, अर्थव्यवस्था, अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था आदि का अच्छा ज्ञान नहीं हो तब तक निवेश न करें।

उन्होंने कहा कि, म्यूचुअल फंड को सबसे अच्छा विकल्प चुना गया था। एक सामान्य निवेशक के लिए उपलब्ध है, जिसमें वह व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) के माध्यम से न्यूनतम राशि का निवेश कर सकता है और समय की अवधि में एक कोष का निर्माण कर सकता है। म्यूचुअल फंड योजनाओं का एक विस्तृत स्पेक्ट्रम है जिसे एक निवेशक अपने निवेश क्षितिज और धन की आवश्यकता के अनुसार चुन सकता है। प्रतिभागियों को चेतावनी दी गई थी कि वे अनियंत्रित फंड जुटाने वाली योजनाओं- पोंजी योजनाओं में निवेश न करें, जो शुरुआत में उच्च और त्वरित रिटर्न का आश्वासन देती हैं जो कि अंततः निवेशकों की मेहनत की कमाई के साथ गायब हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि बहुत अमीर निवेशक इस तरह के आकर्षण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, और हाल के दिनों में अब तक करोड़ों रुपये खो चुके हैं।

इस कार्यक्रम का आयोजन वर्चुअल माध्यम से किया गया। जिसमें विवि कुलपति, कुलसचिव, अकादमिक अधिष्ठाता एक छात्र कल्याण अधिष्ठाता तथा विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का सफल संचालन वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय प्राध्यापक के द्वारा किया गया।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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