चार शहरों में शुरू हुआ डिजिटल रुपया, बैंकों के डिजिटल वॉलेट से कर सकेंगे ट्रांजैक्शन

नई दिल्ली/सूत्र : भारतीय रिजर्व बैंक ने खुदरा डिजिटल रुपये का पहला पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। केंद्रीय बैंक ने दो चरणों में होने वाली परियोजना के लिए आठ बैंकों की पहचान की है। पहली चार बैंकों स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक से शुरू होगी।

इस लॉन्च के साथ, भारत अपनी खुद की ब्लॉकचेन मुद्रा लॉन्च करने वाले देशों की चुनिंदा सूची में शामिल हो गया है। वहीं, अमेरिका जैसे देश ने अभी तक अपनी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) लॉन्च नहीं की है।

खुदरा डिजिटल रुपया परियोजना के दूसरे चरण में नौ और शहर और चार और बैंक शामिल होंगे। डिजिटल रुपया एक डिजिटल टोकन है, जो कानूनी रूप से मान्य है और इसमें भौतिक नकदी की सभी विशेषताएं हैं। केंद्रीय बैंक ने 29 नवंबर को पायलट प्रोजेक्ट की घोषणा करते हुए कहा था, ‘इससे ​​कैश की तुलना में कोई ब्याज नहीं मिलेगा और इसे बैंक डिपॉजिट की तरह अन्य कैश में बदला जा सकता है।’

डिजिटल रुपये को बैंकों के माध्यम से वितरित किया जाएगा और उपयोगकर्ता पायलट परीक्षण में भाग लेने वाले बैंकों द्वारा पेश किए गए डिजिटल वॉलेट के माध्यम से ई-रुपये में लेनदेन करने में सक्षम होंगे। ये लेन-देन P2P और P2M दोनों तरह से किए जा सकते हैं। आरबीआई ने कहा कि यह डिजिटल रुपया पारंपरिक नकद मुद्रा की तरह धारक को विश्वास, सुरक्षा और अंतिम समाधान की सुविधाओं से भी लैस होगा।

यह पायलट प्रोजेक्ट शुरू में चार शहरों को कवर करेगा। ये शहर हैं मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर। इसके बाद पायलट प्रोजेक्ट का विस्तार अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोचीन, लखनऊ, पटना और शिमला तक किया जाएगा। परियोजना धीरे-धीरे अन्य बैंकों, स्थानों और उपयोगकर्ताओं तक विस्तारित होगी।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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