कहां से आया OK, कितना साल पुराना है यह शब्द, जानिए सब कुछ
रायपुर/सूत्र : हम सभी अपनी बातचीत में रोजाना कई बार OK शब्द का इस्तेमाल करते हैं। यह एक ऐसा शब्द भी है जो हर भाषा में फिट बैठता है। अंग्रेजी में हेलो के बाद अगर यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है, तो हिंदी में लोग बोलचाल की भाषा में इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। क्या आप जानते हैं कि OK शब्द कहाँ से आया है?
आमतौर पर हर शब्द और वाक्यांश की अपनी कहानी होती है। इसे कैसे उपयोग में लाया गया? इसकी शुरुआत कैसे हुई, इसकी भी एक कहानी है। अगर आप OK शब्द की पृष्ठभूमि खंगालें तो आपको अजीबोगरीब कहानियां सुनने को मिलती हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह अंग्रेजी का नहीं बल्कि स्पेनिश का शब्द है। लेकिन असल में यह एक अमेरिकी अंग्रेजी शब्द है।
वैसे दिलचस्प बात यह भी है कि अब शायद दुनिया की हर भाषा में ओके का इस्तेमाल हो रहा है. बस उसके उच्चारण का तरीका अलग हो सकता है।
आजकल OK का इस्तेमाल छोटा हो या बड़ा हर कोई बिना किसी झिझक के बहुत ही आसानी से कर लेता है, हालांकि कुछ दशक पहले ऐसा नहीं था। हालांकि शिक्षाविद इस शब्द के प्रयोग को बाजारी मानते हैं।
इस शब्द की उत्पत्ति के बारे में सामान्य विचार यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति एंड्रयू जैक्सन ने All Correct के स्थान पर oll correct इसके संक्षिप्त नाम की गलत वर्तनी का उपयोग किया है। हालांकि भारत और पाकिस्तान में यह माना जाता है कि ओके की प्रथा जॉर्ज वाशिंगटन या अब्राहम लिंकन का परिणाम है। हालांकि कुछ लोग किसी अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा इस शब्द की शुरूआत को गलत मानते हैं।
वैसे यह भी कहा जाता है कि यह शब्द किसी रेड इंडियन भाषा का शब्द है। इसकी भी एक कहानी है। अमेरिका में रेड इंडियन भाषा के कई शब्दों का प्रयोग होता है। खुद अमेरिका के राज्यों में आधे राज्यों के नाम रेड इंडियन हैं। उदाहरण के लिए- ओक्लाहामा, डकोटा, उडाहो, विस्किंसन, उहायो, टेनेसी- ये सभी रेड इंडियन नाम हैं।
ऐसा कहा जाता है कि रेड इंडियन कबीले का मुखिया चटकाव एक दिन कबीले के प्रतिनिधियों को सुन रहा था। वह हर बात पर ‘ओके, ओके’ कहते थे जिसका मतलब होता था ‘हां ओके’। इस घटना को एक अमेरिकी पर्यटक ने देखा। तब उन्होंने इस शब्द को अपने साथियों के बीच लोकप्रिय बनाया।
OK एक ऐसा शब्द है जिसे अमेरिकी शुद्ध अमेरिकी शब्द मानते हैं, क्योंकि यह शब्द ब्रिटेन से अंग्रेजी भाषा के साथ वहां नहीं पहुंचा, बल्कि यह अमेरिका का अपना उत्पाद है।
अब यह शब्द पिछले 05-06 दशकों से दुनिया की हर भाषा की जुबान पर चढ़ गया है। इसे हल्के-फुल्के लहजे के रूप में बोले गए शब्द का दर्जा मिला है। अब वे इसका इस्तेमाल कर्मचारी से लेकर छात्र और बॉस से लेकर अधीनस्थ तक करते थे। इस शब्द को बाजार की बोलचाल से गंभीर लेखन में आने का दर्जा प्राप्त है।