जबरदस्त मुनाफे का जरिया: लाल भिंडी की खेती, जानिए क्या है खासियत
रायपुर/स्रोत सोशल मीडिया : भिंडी का नाम सुनते ही हरे रंग की भिंडी का ख्याल आता है. इसका कारण भी अपरिहार्य है क्योंकि इस रंग की भिंडी बाजार में उपलब्ध है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भिंडी का रंग लाल भी हो सकता है। जी हाँ, आपको सुनने में यह अजीब लग रहा होगा, लेकिन मध्य प्रदेश के एक किसान ने यह करिश्मा कर दिखाया है।
आगे इस लेख में आप जानेंगे कि लाल भिंडी अन्य भिंडी की तुलना में अधिक फायदेमंद क्यों है, किसान इससे अधिक लाभ कैसे कमा सकते हैं और बाजार में इस भिंडी की कीमत क्या है।
भोपाल के खजूरी कलां गांव निवासी किसान मिश्रीलाल राजपूत ने अपने खेत में लाल भिंडी की फसल लगाई है। वह आधा एकड़ जमीन पर लाल भिंडी की खेती करते हैं। आज वह अपने गांव के साथ-साथ अन्य राज्यों के किसानों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए हैं।
कुछ समय पहले किसान मिश्रीलाल बनारस स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान गए थे। यहीं से उन्हें भिंडी की इस किस्म की जानकारी मिली। इसके बाद उन्होंने खुद लाल भिंडी की खेती करने का फैसला किया। मिश्रीलाल ने संस्थान से 2400 रुपये में एक किलो लाल भिंडी के बीज खरीदे। फिर इन बीजों को अपनी आधा एकड़ जमीन पर लगाया।
मिश्रीलाल राजपूत ने सोशल मीडिया से बातचीत में बताया कि सामान्य हरी भिंडी की तुलना में इसकी फसल जल्दी पक जाती है। एक बार लगाने के बाद लाल भिंडी की उपज चार से पांच महीने में तैयार हो जाती है। इसकी खास बात यह है कि लाल भिंडी की खेती किसी भी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। एक पौधे में 50 भिंडी पैदा की जा सकती है।
कृषि वैज्ञानिक प्रतिदिन कृषि से संबंधित अनेक प्रयोग करते रहते हैं जिससे उत्पादन क्षमता के साथ-साथ आय में भी वृद्धि होती है। इन प्रयोगों का कारण यह है कि किसान को लाल भिंडी की खेती में कैसे सक्षम बनाया जाए।
काशी लालिमा नाम की इस किस्म को तैयार करने में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान को 8 से 10 साल का समय लगा। लाल भिंडी हृदय रोग, कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होती है।
लाल भिंडी की खेती से किसान कई गुना मुनाफा कमा सकते हैं। बाजार में इस भिंडी की कीमत सामान्य भिंडी से 3 से 4 गुना ज्यादा है। लाल भिंडी बेचकर किसान 300 से 400 रुपये प्रति किलो कमा सकते हैं। लाल भिंडी की फसल को नुकसान होने की संभावना भी कम होती है।
इसके लाल रंग के कारण कीड़े इसकी ओर कम आकर्षित होते हैं। दरअसल हरी सब्जियों में क्लोरोफिल की मात्रा अधिक होती है, जो कीड़ों को पसंद आती है, लेकिन इस भिंडी का रंग लाल होने के कारण इसमें कीट नहीं लगते हैं।