भारत में बनेगा भारत सेमीकंडक्टर रिसर्च सेंटर, R&D कमेटी ने मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट
नई दिल्ली/सूत्र: इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने शुक्रवार को अगले साल भारत सेमीकंडक्टर रिसर्च सेंटर की स्थापना की घोषणा की। यह उद्योग और शिक्षा जगत के सहयोग से किया जाएगा। अनुसंधान सुविधा सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के माध्यम से विकसित की जाएगी। सरकार ने यह घोषणा अधिकारियों, उद्योग विशेषज्ञों और शिक्षाविदों वाली इंडिया सेमीकंडक्टर आर एंड डी समिति द्वारा शुक्रवार को मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद की।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने शुक्रवार को कहा, ‘यह संस्थान सेमीकंडक्टर में भारत की बढ़ती क्षमताओं के बीच एक प्रमुख संस्थान होगा। यह आईएमईसी, नैनो टेक, आईटीआरआई और एमआईटी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स लैब की तरह होगा, जो अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया के अग्रणी संस्थानों में से एक रहे हैं।
आईएमईसी, नैनो टेक, एमआईटी और आईटीआरआई नैनो इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय अनुसंधान संस्थान रहे हैं। आईएमईसी एक बेल्जियम गैर-लाभकारी संगठन है जो उन्नत अर्धचालक अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों पर शोधकर्ताओं को नियुक्त करता है। जबकि ताइवान का आईटीआरआई मुख्य रूप से टीएसएमसी, ताइवान मास्क कॉर्प और अन्य इनक्यूबेटेड कंपनियों के लिए जाना जाता है।
एमआईटी और नैनो टेक भी सक्रिय रूप से सूक्ष्म स्तर के विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर शोध कर रहे हैं। सरकार ने इसी तर्ज पर भारत में भी बीएसआरसी बनाने का लक्ष्य रखा है। प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री चन्द्रशेखर ने कहा, ‘भारत सेमीकंडक्टर रिसर्च सेंटर को तैयार करने के लिए सेमीकंडक्टर जगत के शीर्ष लोगों के एक समूह ने एक साथ बैठकर काम किया है।