विरोध का अनोखा तरीका, गंदे तालाब को वीआईपी गार्डन बताकर लगाया बैनर

गरियाबंद: गरियाबंद सोशल मीडिया पर नगर के तालाबों का मुद्दा छाया हुआ है। तालाबों के विकास के नाम पर हुए छलावा को नगर के युवा लगातार देख रहे हैं, इसलिए अब उनका गुस्सा सोशल मीडिया पर जाहिर हो रहा है। विरोध का अनोखा तरीका अपनाया है। युवाओं ने नगर के वार्ड नंबर 11, 12 स्थित देवरनीन तालाब के साथ-साथ शहर के सुभाष चौक पर भी इसे वीआईपी गार्डन बताते हुए बैनर लगा दिया है।

जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष कांग्रेस शासन काल में तत्कालीन नगरीय प्रशासन मंत्री शिवकुमार डहरिया द्वारा छिंद तालाब और देवरनींन तालाब के जीर्णोद्धार, गहरीकरण और सौंदर्यीकरण के लिए क्रमश: 1 करोड़ 50 लाख और 1 करोड़ 49 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी। उस समय नगर पालिका अध्यक्ष ने रायपुर के मरीन ड्राइव की तर्ज पर छींद तालाब बनाने की बात कही थी, लेकिन मामला लंबित है।
वार्डवासी चंदन निषाद व अन्य का आरोप है कि टेंडर हो चुका है, राशि भी जारी हो चुकी है, लेकिन काम शुरू नहीं हो रहा है, उनका कहना है कि अध्यक्ष खुद ठेकेदार हैं। आपको बता दें कि इससे पहले भी छिंद तालाब के विकास का मुद्दा नगरवासियों के बीच चर्चा का विषय रहा है।
इधर इस मामले में नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन का कहना है कि कोई राशि जारी नहीं की गई है, कुछ लोग बदनाम करने की नियत से भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। मैं ठेकेदार नहीं हूं, जांच करवा लें, यदि आरोप सही हुआ तो मेरे खिलाफ धारा 40 के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी संध्या वर्मा के मुताबिक शहर के चार तालाबों का विकास कार्य किया जाना है, जिसमें से रावण भाटा स्थित तालाब का काम शुरू हो चुका है, छिंद तालाब एवं देवरनिन तालाब में काम शुरू करने में ठेकेदार रुचि नहीं ले रहा है। उन्हें नोटिस जारी किया गया है।