सुरक्षा जांच होगी आसान: लैपटॉप जैसे उपकरणों को बैग से नहीं निकालना पड़ेगा, जानिए ऐसा करने वाला भारत का पहला एयरपोर्ट

नई दिल्ली/सूत्र: बेंगलुरु का केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (केआईए) देश का पहला हवाईअड्डा बनने जा रहा है, जहां मोबाइल फोन और लैपटॉप जैसे निजी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सुरक्षा जांच के दौरान उतारकर ट्रे में नहीं रखना पड़ेगा। इसमें आप पूरा बैग रख सकते हैं।

इसकी शुरुआत टर्मिनल 2 से होगी. इससे सुरक्षा जांच में लगने वाला समय कम होगा और यात्रियों का उड़ान अनुभव बेहतर होगा. टी2 पर सीटीएक्स (कंप्यूटर टोमोग्राफी एक्स-रे) मशीन का ट्रायल अगले कुछ हफ्तों में शुरू हो जाएगा। नई व्यवस्था शुरुआत में केवल घरेलू यात्रियों के लिए होगी। इसके दिसंबर 2023 में चालू होने की संभावना है।

कुछ हफ्तों में शुरू होगा ट्रायल

बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (बीआईएएल) के मुख्य परिचालन अधिकारी सत्यकी रघुनाथ ने कहा कि टी2 पर सीटीएक्स मशीन का ट्रायल रन अगले कुछ हफ्तों में शुरू होगा। उन्होंने कहा कि सीटीएक्स मशीन को स्वचालित ट्रे रिट्रीवल सिस्टम (एटीआरएस) और फुल-बॉडी स्कैनर के साथ एकीकृत किया जाएगा। T2 पर तीन फुल-बॉडी स्कैनर लगाए गए हैं।

नवंबर 2022 में T2 का उद्घाटन हुआ था

टी2 का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2022 में किया था। इसकी निर्माण लागत लगभग 5,000 करोड़ रुपये है। घरेलू परिचालन 15 जनवरी 2023 से शुरू हुआ जबकि अंतर्राष्ट्रीय परिचालन 12 सितंबर से शुरू हुआ।

CTX मशीन ट्रायल हुए, लेकिन पैसेंजर ट्रायल बाकी

इससे पहले दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु हवाईअड्डों पर सीटीएक्स मशीन का परीक्षण किया गया था, लेकिन यात्री परीक्षण अभी तक नहीं हुआ है। ये परीक्षण फरवरी 2023 से मई 2023 तक आईजीए के टर्मिनल 2 पर आयोजित किए गए थे। CTX एक एक्सप्लोसिव डिटेक्शन डिवाइस है। इसका इस्तेमाल बैगेज में एक्सप्लोसिव के ऑटोमैटिक डिटेक्शन के लिए होता है।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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