जमीन रजिस्ट्री अब एनजीडीआरएस. प्रणाली से धमतरी से होगा प्रारंभ

नवीन व्यवस्था के लागू होने पर दस्तावेजों के पंजीयन व्यवस्था होगी आसान

रायपुर : छत्त्तीसगढ़ में पंजीयन विभाग द्वारा जमीन के दस्तावेजों का रजिस्ट्रेशन का कार्य एनआईसी पुणे द्वारा विकसित एनजीडीआरएस सॉफ्टवेयर को लागू किया जा रहा है। एनआईसी पुणे द्वारा इस सॉफ्टवेयर को छत्तीसगढ़ राज्य के लिए भी कस्टमाईज किए जाने के बाद शासन से प्राप्त अनुमति के उपरांत, पायलट रन के रूप में उप पंजीयक कार्यालय धमतरी में 15 दिसम्बर 2020 से आरंभ किया जा रहा है। 

एनजीडीआरएस सॉफ्टवेयर को देश के 10 राज्यों द्वारा अपनाया जा चुका है। छत्तीसगढ़ इसे अपनाने वाला ग्यारहवां राज्य है। इस सॉफ्टवेयर में अन्य राज्यों में प्रचलित उत्कृष्ठ प्रावधानों का समावेश किया गया है। संपत्ति के हक और स्वामित्व की जांच के लिए राजस्व विभाग के भुईंया सॉफ्टवेयर से इंटीग्रेशन किया गया है, आने वाले समय में आधार एवं पैन से जोड़ा जाकर पक्षकारों की शिनाख्ती एवं वेरिफिकेशन ऑनलाइन किया जा सकेगा जिससे जालसाजी की संभावना नगण्य हो जाएगी। 

इस नवीन व्यवस्था के लागू होने पर दस्तावेजों के पंजीयन व्यवस्था और आसान हो जाएगा। इस व्यवस्था के तहत पंजीयन का कार्य और अधिक सरल और कम समय में किया जा सकेगा। पक्षकारों को पंजीयन कार्यालय में कम समय रूकना पड़ेगा तथा दस्तावेज पंजीयन के दिन ही दिया जा सकेगा। इस नवीन व्यवस्था से पंजीकृत दस्तावेजों को ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाकर उनके नकल भारमुक्त प्रमाणपत्र आसानी से हासिल किया जा सकेगा।

महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक मुद्रांक छत्तीसगढ़ ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि पंजीयन विभाग के उप पंजीयक कार्यालयों में दस्तावेजों का रजिस्ट्रेशन कार्य कम्प्यूटरीकृत ई-पंजीयन प्रणाली से किया जाता रहा है। वर्तमान में यह कार्य बीओटी पद्धति के तहत पांच वर्ष के लिए सेवा प्रदाता कम्पनी द्वारा संचालित है, पंजीयन विभाग द्वारा अब इसके स्थान पर एनआईसी पुणे द्वारा विकसित एनजीडीआरएस सॉफ्टवेयर को लागू किया जा रहा है। 

इस एनजीडीआरएस इस योजना के तहत भारत सरकार द्वारा एनआईसी पुणे के माध्यम से एक कॉमन सॉफ्वेयर विकसित किया गया है, इसे विभिन्न राज्यों में प्रचलित प्रावधानों के तहत कस्टमाईज किया गया है। इस प्रणाली में दस्तावेजों का पंजीयन ऑनलाइन सिस्टम से किया जाएगा, समस्त डाटा एन.आई.सी. के क्लाउड सर्वर में सुरक्षित रखा जाएगा। 

पक्षकारों को पंजीयन कार्यालय में कम से कम समय लगे और सुविधाजनक रूप से पंजीयन कार्य संपादित हो इसके लिए एनजीडीआरएस प्रणाली का सरलीकरण किया गया है। एनजीडीआरएस प्रणाली में दस्तावेजों के पंजीयन के लिए पक्षकार अथवा उसके प्रतिनिधि द्वारा प्रथम बार वेबसाइट http://www.ngdrs.cg.gov.in/NGDRS_CG  के सिटीजन पार्ट में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के उपरांत सिटीजन लॉगिन कर दस्तावेज पंजीयन के लिए संबंधित पंजीयन कार्यालय एवं विलेख प्रकार का चयन करने हुए क्रमानुसार ऑनलाइन उपलब्ध फार्म में पक्षकारों और संपत्ति विवरण को भरने पर स्वतः बाजार मूल्य, स्टाम्प शुल्क एवं पंजीयन शुल्क की गणना हो जाएगी। पक्षकार स्टाम्प शुल्क ई-स्टाम्प के माध्यम से तथा पंजीयन शुल्क तथा सेवा शुल्क ऑनलाइन जमा कर सकेंगे।

इसके बाद पंजीयन के लिए सुविधानुसार समय एवं तिथि का चयन कर अपान्टमेंट बुकिंग किया जाना होगा। इसके पश्चात निर्धारित तिथि एवं समय में पंजीयन कार्यालय में उपस्थित होकर मूल दस्तावेज प्रस्तुत करने पर, पंजीयन की आगामी कार्यवाही जैसे की वेरिफिकेशन, स्वीकृति, शिनाख्ती आदि कार्यवाही पंजीयन कार्यालय में संपादित की जाएगी। ऑनलाइन शुल्क प्राप्ति के वेरिफिकेशन उपरांत उसी दिवस में दस्तावेज के पंजीयन की कार्यवाही पूर्ण की जाकर, दस्तावेज की स्केनिंग बाद पक्षकार को मूल दस्तावेज की वापसी कर दी जाएगी।

पक्षकारों को दस्तावेज के पंजीयन की स्थित से संबंधित समस्त जानकारी वेबसाइट http://www.ngdrs.cg.gov.in/NGDRS_CG में उनके डेशबोर्ड पर प्राप्त हो सकेगी। पंजीयन की प्रक्रिया से संबंधित जानकारी इस वेबसाइट में उपलब्ध User_Manual उपल्ब्ध है। एनजीडीआरएस सॉफ्टवेयर को वर्तमान प्रचलित ई-पंजीयन प्रणाली की अपेक्षाकृत सरल बनाया गया है। नागरिकों के लिए सिटीजन पार्ट में प्रविष्टि की प्रक्रिया को समझने के लिए यूजर मैन्युवल उपलब्ध है।

साथ ही पंजीयन कार्य से संबंधित दस्तावेज लेखकों एवं अधिवक्ताओं को सिटीजन पार्ट के संचालन के लिए आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान की जा रही है। पंजीयन कार्य से संबंधित अन्य संस्थाओं, बिल्डर्स, हाउसिंग बोर्ड, आर.डी.ए. नया रायपुर डेवलपमेंट अथारिटी आदि के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम की यथाशीघ्र व्यवस्था किया जाएगा। इस सॉफ्टवेयर के संचालन के लिए आवश्यक उपकरण विभाग द्वारा उपलब्ध कराया गया है और सॉफ्टवेयर के संचालन का कार्य एनआईसी छत्तीसगढ़ के द्वारा किया जाएगा। किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या आने पर एवं एनआईसी पुणे की एनजीडीआरएस टीम द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान कर निराकरण किया जाएगा।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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