फर्जी रिव्यू से उपभोक्ताओं को गुमराह करने वालों पर लगाम लगाने, एसओपी की तैयारी
नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह उपभोक्ताओं को ऑनलाइन बिक्री प्लेटफॉर्म पर उत्पादों और सेवाओं की नकली समीक्षाओं से बचाने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के साथ आएगी। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव रोहित कुमार सिंह ने इस मुद्दे पर ई-कॉमर्स कंपनियों और अन्य संबंधित पक्षों के साथ बैठक की। नकली समीक्षाओं के साथ संभावित ग्राहकों को गुमराह करने के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस दौरान एहतियाती कदम उठाने को लेकर भी चर्चा हुई। इस बैठक में मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव निधि खरे, अन्य वरिष्ठ अधिकारी, ई-कॉमर्स कंपनियों, उपभोक्ता संगठनों और कानून कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हम यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इस संबंध में कोई एसओपी है।
अधिकारी ने कहा कि इस बात की भी संभावना पर गौर किया जा रहा है कि उपभोक्ताओं को नकली समीक्षाओं से बाहर निकालने के लिए किस तरह के मानक संचालन सिद्धांत तैयार किए जा सकते हैं। अधिकारी ने बताया कि इस बैठक में शामिल सभी पक्षों को सलाह देने को कहा गया है. इसके आधार पर मंत्रालय उपभोक्ता हितों की रक्षा के लिए एक एसओपी तैयार करेगा।
Flipkart, Amazon, Tata Sons, Reliance Retail जैसे प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म भी इस श्रेणी में शामिल हैं। बता दें कि इस बैठक से पहले रोहित कुमार ने यूरोपीय संघ की 223 प्रमुख वेबसाइटों पर ऑनलाइन समीक्षाओं की स्क्रीनिंग सभी हितधारकों के साथ साझा की। स्क्रीनिंग में यह सामने आया कि लगभग 55 प्रतिशत वेबसाइटें व्यापार अभ्यास के संबंध में यूरोपीय संघ द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करती हैं। इनमें से 144 वेबसाइटों ने नकली समीक्षाओं पर अंकुश लगाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया है। कई बार ऐसा हुआ है कि बिना किसी उत्पाद या सेवा को खरीदे इसकी समीक्षा की गई है और यह वेबसाइट पर दिख रहा है।