अधिगमकर्ता जीवन पर्यांत शिक्षा ग्रहण करता है : डां महलवार
छुरा : आईएसबीएम युनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ फार्मेसी के द्वारा ई एफडीपी “शिक्षण प्रविधि” विषय पर कार्यक्रम आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का सफल संचालन सहायक अध्यापक अश्वनी कुमार साहू के द्वारा किया गया। प्रारम्भ में विश्वविद्यालय कुलसाचिव डां बीपी भोल ने E-फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में जुड़े सभी स्पीकर एवं अलग – अलग राज्यों के विभिन्न यूनिवर्सिटी से जुड़े सभी शिक्षकों का E- फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में स्वागत करते हुए सभी को सम्बोधित करते हुए टीचिंग करने के विभिन्न तरीको के बारे मे उनके द्वारा बताया गया जिनसे विद्यार्थियों को इस कोरोना काल मे ऑनलाइन माध्यम से अच्छी शिक्षा दिया जा सके l
तत्पश्चात प्रथम वक्ता डां आनंद महलवार, कुलपति आईएसबीएम विश्वविद्यालय ने बताया कि दश्य, श्रव्य शिक्षा माध्यम के बारे में जानकारी दिया गया और हावर्ड गाडनर 8 कौशल विस्तार से बाताय गया। द्वितीय वक्ता के रूप में डा प्रोफ. अमूल्यरत्न ने बताया कि जब तक छात्रों के व्यवहार में परिवर्तन नहीं होता तब तक शिक्षित नहीं कहलाएगा। शिक्षा एक त्रिशंकु है जिसमें छात्र, शिक्षक और विषय वस्तु का प्रमुख है।
तृतीय वक्ता डां डीजी देसाई प्रिंसिपल स्कूल ऑफ़ फार्मेसी, ISBM यूनिवर्सिटी के द्वारा टीचिंग टेकनीक के बारे में बताते हुए एक्टिव लर्निंग मेथडस एवं इंट्रक्शनल स्ट्रेटेजी के बारे मे बताया जिसके अंतर्गत प्रोफेसर देसाई ने एक्टिव लर्निंग एंड पैसिव लर्निंग के बारे में बताया गया जिसमे क्लास को विद्यार्थियों के लिए कैसे इंट्रेस्टिंग बना सकते है और विद्यार्थियों के लिए खेल, वाद – विवाद प्रतियोगिता, एक्टिंग, ड्रामा जैसे कार्यक्रम का आयोजन करके इस माध्यम से उन्हें अच्छी शिक्षा प्रदान करने के बारे मे बताया गया l
तत्पश्चात फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष युगल किशोर राजपूत के द्वारा सभी वक्ताओं, मुख्य अतिथियों, एवं हमारे देश के अलग -अलग राज्यों के विभिन्न विश्वाविद्यालयों से जुड़े प्राध्यापकों का स्वागत एवं इस E-FDP वेबिनार में जुड़ने के लिए आभार व्यक्त किया गया। इस पूरे कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहयोग करने के लिए ISBM विश्वाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों एवं स्टॉफ मेंबर्स के सहयोग के लिए उनके प्रति विभागध्यक्ष के द्वारा आभार प्रकट किया गयाl