IRDA अब सस्ता स्वास्थ्य बीमा लाने की तैयारी में
नई दिल्ली/सूत्र: भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDA) के अध्यक्ष देबाशीष पांडा ने कहा है कि स्वास्थ्य बीमा उत्पादों का मूल्य निर्धारण एक बड़ी चुनौती है और यह अधिकांश समाज की पहुंच से बाहर है। इसलिए स्वास्थ्य बीमा उत्पादों की कीमत कम करने की जरूरत है। लोगों में स्वास्थ्य बीमा के प्रति विश्वास पैदा करने की भी जरूरत है, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य बीमा खरीद सकें। इन चुनौतियों से निपटने के लिए IRDA द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं।
इरडा अध्यक्ष ने कहा कि 2047 तक देश के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा के दायरे में लाने का लक्ष्य रखा गया है. स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र पिछले पांच वर्षों में औसतन 19 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है, जबकि इस क्षेत्र में 30-35 प्रतिशत वृद्धि की गुंजाइश है। पांडा के मुताबिक, 27 लाख लोगों ने कोरोना काल में स्वास्थ्य बीमा के तहत 24,000 करोड़ रुपये का दावा किया है।
पांडा के मुताबिक, तकनीक की मदद से स्वास्थ्य बीमा की लागत को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। सभी बीमा कंपनियों को कम कीमत वाले उत्पाद लाने को कहा गया है। बीमा सुगम नाम का एक प्लेटफॉर्म IRDA द्वारा विकसित किया गया है। ग्राहक इसी प्लेटफॉर्म पर बीमा खरीद और दावा भी कर सकेंगे। बीमा कंपनियां भी इस प्लेटफॉर्म से ग्राहकों को अपनी सेवा देंगी।
स्वास्थ्य बीमा कंपनियों को बुजुर्गों के इलाज के साथ-साथ पुरानी बीमारियों को कवर करने वाले उत्पादों की मार्केटिंग करने को कहा गया है। दावा निपटान की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए IRDA और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा एक कार्य समिति का गठन किया गया है। इरडा के अध्यक्ष के अनुसार, देश में केवल छह स्टैंडलोन स्वास्थ्य बीमा कंपनियां हैं। नई कंपनियों को जल्द ही मंजूरी मिल सकती है।