खाद्य मंत्री ने ग्राम चिचिया और सरनाबहाल में किया नवीन धान खरीदी केंद्र का शुभारंभ
गरियाबंद : प्रदेश के खाद्य एवं संस्कृति मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री अमरजीत भगत आज एक दिवसीय दौरे पर देवभोग विकासखंड अंतर्गत ग्राम चिचिया और मैनपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम सरनाबहाल पहुंचे। यहां उन्होंने नवीन धान खरीदी केंद्र का फीता काटकर शुभारंभ किया। दोनो नवीन धान खरीदी केंद्र खुलने से आसपास के 8 ग्राम पंचायतों के 1200 किसानों को फायदा होगा।
साथ ही चिचिया में 100 मीट्रिक टन क्षमता वाले खाद्य गोदाम का लोकार्पण किया, यहां उन्होंने गोठान में गोबर खरीदी का भी शुभारंभ किया। चिचिया में धान खरीदी केंद्र खुलने से ग्राम पंचायत डूमरपीटा, बरबहाली, नवागांव के 669 किसान लाभान्वित होंगे।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री ने यहां आयोजित महती जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह सरकार किसानों की सरकार है। यहां की 80 प्रतिशत जनता किसान है उनके हित के लिए भूपेश सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के 1 लाख करोड़ रुपये के बजट में 26 हजार करोड़ रुपये किसानों के खाते में सीधे दे रहे है।
सरकार बनते ही सबसे पहले कार्य 10 हजार करोड रूपए का कर्जा माफी और 2500 रुपये में धान खरीदी का फैसला किया। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि सरकार किसानों के लिए समर्पितहै। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सबको राशन दे रही है, चाहे अमीर हो या गरीब, कोई भी ब्यक्ति इस राज्य में भूखा न सोए यह हमारा संकल्प है।
कोविड-19 के दौर में हमने सबको दवाई दी, सेवाएं दी और मुश्किल हालात में सरकार जनता के साथ खड़ी थी। उन्होंने कहा कि आज जिले के आदिवासी क्षेत्रों में लोगों में उत्साह दिखाई दे रहा है।पहले जहां 7 प्रकार के वनोपजों की खरीदी होती थी, वही हमारी सरकार ने इसे बढ़ाकर 52 वनोपजों की खरीदी कर रही है।
तेंदूपत्ता प्रति मानक बोरा 2500 रुपये से बढ़ाकर 4000 रुपये कर दिया गया है। गांव, गरीब,आदिवासी और किसान हमारे विकास के केंद्र है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करेगी। सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाएगी। साथ ही हमारी सरकार राजीव गांधी किसान न्याय योजना अन्तर्गत प्रति एकड़ 9 हजार रूपए किसानों के खाते में देगी। उन्होंने कहा कि भूमिहीन मजदूरों को भी प्रति वर्ष 6000 रुपए देगी।