मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने Amway India के खिलाफ उठाया ये कदम, बढ़ीं मुश्किलें

नई दिल्ली/सूत्र: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एमवे इंडिया एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। ईडी ने डायरेक्ट सेलिंग कंज्यूमर गुड्स कंपनी एमवे इंडिया एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ अभियोजन शिकायत दर्ज की है। 4,050 करोड़ रुपये के कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत लिमिटेड। ईडी हैदराबाद यह शिकायत तेलंगाना के मेट्रोपॉलिटन सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायालय (पीएमएलए कोर्ट) में दायर की गई है। कोर्ट ने 20 नवंबर को ईडी की इस शिकायत पर संज्ञान लिया है। एमवे और उसके निदेशकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत तेलंगाना में ईडी जांच की जा रही है। यह पुलिस द्वारा दर्ज की गई विभिन्न प्राथमिकियों से संबंधित है।

ये है आरोप

आरोपों से पता चलता है कि एमवे सामान बेचने की आड़ में अवैध ‘मनी सर्कुलेशन स्कीम’ को बढ़ावा देने में लगा हुआ है। एमवे नए सदस्यों के सरल नामांकन के माध्यम से उच्च कमीशन और प्रोत्साहन का वादा करके जनता को धोखा दे रहा है। ईडी के मुताबिक एमवे डायरेक्ट सेलिंग के तौर पर एक पिरामिड स्कीम चला रहा है। यह योजना काफी हद तक नए सदस्यों को नामांकित करने पर निर्भर करती है, साथ ही ऊपर की सीढ़ी पर चढ़ने वालों के लिए कमीशन और प्रोत्साहन भी बढ़ते हैं। इसमें, एक बार जब नए सदस्य को किसी ऐसे व्यक्ति के माध्यम से पैसे देने के लिए राजी कर लिया जाता है जिसने उसे कंपनी में भेजा है, तो वह प्रतिनिधि बन जाता है। फिर कमीशन पाने के लिए उसे नए सदस्यों को नामांकित करना होगा। इस तरह ये सिलसिला चलता रहता है। जितने अधिक नामांकन, उतना अधिक कमीशन बढ़ता है।

ऐसे की धोखाधड़ी

ईडी के अनुसार, एमवे की गतिविधियां एक बहु-स्तरीय विपणन योजना और धन संचलन योजना का गठन करती हैं। इसमें 4050.21 करोड़ रुपये की कमाई धोखाधड़ी से की गई है। इसके अलावा, जांच से पता चला कि सदस्यों से एकत्र किए गए 2859 करोड़ रुपये से अधिक कथित तौर पर लाभांश, रॉयल्टी और अन्य खर्चों के रूप में विदेशी निवेशकों के बैंक खातों में स्थानांतरित किए गए थे। ईडी ने इस मामले में 757.77 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त की है।

कंपनी का बयान

एमवे इंडिया के प्रवक्ता के अनुसार, “वर्तमान में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर अभियोजन शिकायत 2011 की जांच से संबंधित है। हम तब से विभाग के साथ सहयोग कर रहे हैं और समय-समय पर मांगी गई सभी जानकारी साझा करते हैं। 25 साल पहले जब से एमवे ने भारत में अपना परिचालन शुरू किया है, तब से यह कानूनी और नियामक अनुपालन के लिए प्रतिबद्ध है, और आज तक इसने अनुपालन और अखंडता की संस्कृति को परिश्रमपूर्वक बनाए रखा है। हम अपने कानूनी अधिकारों का प्रयोग करके और कानून की उचित प्रक्रिया का पालन करके भारतीय कानूनी और न्यायिक प्रणाली में अपने निरंतर विश्वास को दोहराना चाहते हैं। एमवे खुद के साथ-साथ अपने 2,500 से अधिक कर्मचारियों और 5.5 लाख से अधिक स्वतंत्र वितरकों की भी सुरक्षा करेगा।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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