छत्तीसगढ़ के 10 पत्रकार अब होंगे केंद्र व राज्य सरकार से सम्मानित

रायपुर/सूत्र: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासन के दौरान जनता की आवाज बनने वाले पत्रकारों को पिछली सरकार द्वारा कुचलने का भरपूर प्रयास किया गया, प्रदेश में कांग्रेस सरकार में जो भय एवं आतंक का माहौल था, उसमें पत्रकारों पर झूठे मुकदमें और जानलेवा हमले हुये है। यहां तक कि न्यायायिक अभिरक्षा में भी पत्रकारों पर जानलेवा हमला होता रहा है, पत्रकारों में कांग्रेस सरकार के कारण भय का माहौल लगातार व्याप्त होता रहा।

इस मामले में अब रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय सचिव विजय प्रसाद गुप्ता व पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रदेश  प्रभारी अभिषेक वर्मा द्वारा ,केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता राज्यमंत्री भारत सरकार मा.रामदास अठावले को अनुशंषा पत्र प्रेषित कर छत्तीसगढ़ में पत्रकारों के ऊपर दर्ज फर्जी एफआईआर के विषय में उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश के क्रांतिकारी पत्रकारों में से सरगुजा से जितेंद्र कुमार जायसवाल तथा रायपुर के सुनील नामदेव ,कांकेर के स्व. सुशील शर्मा जैसे पत्रकारों पर झूठे मुकदमें गढ़े गये एवं आज भी इनकी जान को खतरा है। जितेंद्र कुमार जायसवाल पर तो 11 झूठे मुकदमें एवं न्यायिक अभिरक्षा में जानलेवा हमला सहित, जमानत से छूट कर आने के बाद भी जानलेवा हमला हो चुका है, किन्तु पुलिस ने किसी भी जानलेवा हमले पर एफआईआर तक दर्ज नहीं की है। 

केंद्रीय मंत्री को प्रेषित पत्र में लिखा गया है कि संलग्न पत्रकारों की सूची को ध्यान में रखकर इन्हें सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही इनके विरुद्ध दर्ज सुनियोजित प्रकरणों पर उच्च स्तरीय जांच हेतु समिति गठित कर, जांच उपरांत माननीय उच्च न्यायालय में शासन की ओर से सभी प्रकरणों पर हलफनामा दायर करने की अनुशंसा की जावे एवं उचित आर्थिक सहायता के साथ-साथ उक्त पत्रकारों को केंद्र सरकार व राज्य सरकार के हाथों सम्मानित कराना ही न्यायहित में होगा। 

इस सूची में जितेंद्र कुमार जायसवाल अंबिकापुर, सुनील नामदेव रायपुर, स्व० सुशील शर्मा कांकेर,संजीत यादव कुनकुरी, शिव कुमार चौरसिया वाड्रफनगर, रौशन बघेल कवर्धा, रामहरी गुप्ता वाड्रफनगर,किरीट ठक्कर गरियाबंद दिनेश सोनी रायपुर, निलेश शर्मा रायपुर ,आदि के नाम अंकित है।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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