एलआईसी को बड़ा फटका, 2 दिन में 19,000 करोड़ का घाटा

नई दिल्ली/सूत्र : अमेरिकी व्हिसलब्लोअर हिंडनबर्ग रिसर्च ने पिछले हफ्ते एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसने अडानी ग्रुप के शेयरों में खलबली मचा दी थी. अडानी के शेयरों में इस जबरदस्त बिकवाली का असर एलआईसी पर भी पड़ा है। एलआईसी ने अडानी ग्रुप के शेयरों में जमकर पैसा लगाया हैं। अब जब शेयरों में गिरावट आई है तो एलआईसी को भी तगड़ा झटका लगा है। अडानी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों में एलआईसी की कुल 37 फीसदी हिस्सेदारी है। इस तरह पिछले दो सत्रों में बिकवाली से एलआईसी को 18,800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

दिसंबर तक अडानी पोर्ट में देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी की सबसे ज्यादा 9.14 फीसदी हिस्सेदारी थी। यह कंपनी का सबसे बड़ा सार्वजनिक शेयरधारक भी है। अडानी पोर्ट का शेयर पिछले दो कारोबारी दिनों में 21 फीसदी टूटा है। इससे एलआईसी को इस शेयर में 3,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है।

अडानी समूह की प्रमुख कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज में भी एलआईसी को भारी घाटा हुआ है। बुधवार और शुक्रवार को शेयर की कीमत 20 फीसदी गिर गई। इससे एलआईसी को करीब 3,300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। एलआईसी के पास दिसंबर के अंत में अडानी एंटरप्राइजेज में 4.23 फीसदी हिस्सेदारी थी। लेकिन एलआईसी ने कंपनी के 20,000 करोड़ रुपये के एफपीओ के एंकर बुक को भी सब्सक्राइब किया।

इन दोनों कंपनियों के अलावा एलआईसी की अडानी टोटल गैस, एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स में भी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है। अदानी टोटल के शेयर में पिछले हफ्ते 25 फीसदी की गिरावट आई थी। इसमें एलआईसी की 6 फीसदी हिस्सेदारी है। पिछले हफ्ते हुई बिक्री से एलआईसी को इस कंपनी में 6,300 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। एलआईसी ने एसीसी में 550 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है। वहीं, अंबुजा सीमेंट में 1450 करोड़ का घाटा दर्ज किया गया है। अडानी की सीमेंट कंपनियों में एलआईसी की कुल 12.74 फीसदी हिस्सेदारी है।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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