प्राइवेट ट्यूशन नहीं पढ़ा सकेंगे सरकारी शिक्षक, प्रशासन ने लगाई रोक
जम्मू/सूत्र : जम्मू-कश्मीर स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी शिक्षकों के निजी ट्यूशन पढ़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने इस संदर्भ में आदेश जारी किया है, जिसमें सभी सरकारी शिक्षकों को निजी ट्यूशन या कोचिंग सेंटरों में पढ़ाने पर रोक लगा दी गई है. आदेश में कहा गया है कि कोई भी सरकारी कर्मचारी, चाहे छुट्टी पर हो या ड्यूटी पर, निजी व्यवसाय में संलग्न नहीं हो सकता है। इसी तरह कोई भी सरकारी शिक्षक निजी ट्यूशन या कोचिंग सेंटरों में नहीं पढ़ा सकता है।
प्रमुख सचिव ने कहा कि शिकायत मिली है कि कुछ शिक्षक स्कूल समय के दौरान निजी कोचिंग सेंटरों में पढ़ा रहे हैं, जो सीधे तौर पर शिक्षा विभाग के नियमों के खिलाफ है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने स्पष्ट नियम बनाया है कि कोई भी सरकारी शिक्षक बिना सरकार की अनुमति के ऐसा नहीं कर सकता है। प्रमुख सचिव ने शिक्षकों के निजी ट्यूशन की निगरानी के लिए अंचल स्तर पर अंचल शिक्षा अधिकारी और जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
इसके अलावा सरकार जल्द ही इस सिलसिले में टोल फ्री नंबर जारी करने जा रही है, ताकि लोग इन पर शिकायत दर्ज करा सकें. इसके अलावा सरकार ने इसके लिए सभी शिक्षा अधिकारियों को जिम्मेवार बनाया है ताकि उनके अधीन क्षेत्र में कोई भी शिक्षक सरकारी ट्यूशन न पढ़ा सके। उधर, इस आदेश का जम्मू कश्मीर शिक्षक मंच के प्रांतीय प्रमुख कुलदीप सिंह बंदराल ने स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि इससे स्कूल में बच्चों को फायदा होगा क्योंकि शिक्षक का ध्यान उन पर बना रहेगा। उन्होंने शिक्षकों से भी इस संदर्भ में सहयोग की अपील की है। बता दें कि जम्मू कश्मीर में कई ऐसे शिक्षक हैं जो प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाते हैं. इस कारण उनका ध्यान ट्यूशन पर लगा रहता है, जिससे विभाग को अक्सर स्कूल में पढ़ाई प्रभावित होने की शिकायतें मिलती रही हैं. इसको लेकर नया आदेश जारी किया गया है।