जिले में बालश्रम रेस्क्यू के दौरान 5 बाल श्रमिक पाये गये
गरियाबंद : जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री अनिल द्विवेदी के नेतृत्व में बालश्रमिक/अपशिष्ट संग्राहक/भिक्षावृत्ति मे लिप्त बच्चों के चिन्हांकन के लिये 15 दिसम्बर 2020 से 15 जनवरी 2021 तक जिले के विभिन्न पंचायतों व नगरीय निकायों मे व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारी-कर्मचारी श्री शरदचंद निषाद एलीपीओ, श्री फणीन्द्र जायसवाल पीओएनआईसी, श्री यशवन्त ध्रुव आउटरीच वर्कर एवं श्रम विभाग के कर्मचारी श्री मनीष कुमार बंजारे श्रम कल्याण निरीक्षक के द्वारा गरियाबंद विकासखण्ड के विभिन्न संस्थानों/ढाबो/होटल एवं अन्य स्थानों में रेस्क्यू किया गया। जिसमें 14 जनवरी को मां कर्मा वेल्ंिडग वर्कशाॅप मालगांव में 01 बालश्रमिक तथा ग्राम कोचवाय शासकीय स्कूल भवन निर्माण कार्य में 01 बालश्रमिक पाया गया।
इसी तरह 15 जनवरी को ताज बैटरी गरियाबंद में 01 बालश्रमिक, नेहा रेडीमेट सेन्टर गरियाबंद में 01 बालश्रमिक तथा पारागांव रोड गरियाबंद निजी भवन निर्माण कार्य में 01 बालश्रमिक रेस्क्यू के दौरान पाये गये। इस तरह कुल 05 बालश्रम करते पाये गये जिसमें 01 बालिका है। बालक/बालिका एवं उसके माता-पिता को बाल कल्याण समिति, गरियाबंद में प्रस्तुत कराया गया। उक्त बालश्रम में लिप्त बालक एवं बालिका का परामर्श करते हुये बाल कल्याण समिति, गरियाबंद के द्वारा चिन्हांकित कर लिया गया है। ज्ञात है कि जिले मे बाल श्रम (प्र्रतिषेध और विनियमन) संशोधन अधिनियम 2016 की धारा (2) के अनुसार किसी भी बच्चे से कार्य कराने पर पाबंदी है। कूड़ा बीनने एवं सफाई के कार्य को अधिनियम के तहत खतरनाक व्यवसाय की श्रेणी में रखा गया है। इस प्रकार का कोई बालक – बालिका की जानकारी मिलती है, तो जिला बाल संरक्षण अधिकारी जिला बाल संरक्षण इकाई गरियाबंद मो. 7646964896 एवं चाईल्ड हेल्प लाईन 1098 में जानकारी दी जा सकती है।