इस योजना में 21 साल बाद बेटी के हाथ में होंगे 66 लाख, जानिए कैसे?

रायपुर/कारोबारसंदेश : भारत में बेटियों के भविष्य की चिंता माता-पिता को जन्म से ही परेशान करने लगती है। हालांकि, पहले यह चिंता शादी से जुड़ी हुआ करती थी, लेकिन अब जमाना बदल गया है। बेटियां भी पढ़-लिखकर अपने माता-पिता का नाम रोशन कर रही हैं। हालांकि, एक समय के बाद शादी या पढ़ाई दोनों के लिए पैसा ज़रूरी है।

इसलिए यह माता-पिता की जिम्मेदारी बन जाती है कि वे बेटी के जन्म के ठीक बाद से उसके सुरक्षित भविष्य के लिए निवेश करना शुरू कर दें। माता-पिता की चिंता और बेटियों के सुरक्षित भविष्य को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार सुकन्या समृद्धि योजना चला रही है।

इस योजना में 21 वर्ष की अवधि के बाद बेटियों के लिए एक बड़ी राशि अर्जित की जा सकती है। खास बात यह है कि यह राशि पूरी तरह टैक्स फ्री है। सरकार ने दिसम्बर में 8 लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में वृद्धि की घोषणा की है, लेकिन सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर में वृद्धि नहीं की है। लेकिन कुछ बड़े बदलावों की घोषणा की गई है। इनके तहत सुकन्या समृद्धि योजना के नए नियमों के तहत खाते में जमा गलत ब्याज को वापस करने का प्रावधान हटा दिया गया है। इसके अलावा, हर वित्तीय वर्ष के अंत में खाते का वार्षिक ब्याज जमा किया जाएगा। पहले इसे तिमाही आधार पर खाते में जमा किया जाता था।

सुकन्या समृद्धि योजना के तहत वे माता-पिता या अभिभावक जिनकी 10 वर्ष से कम उम्र की बेटी है, खाता खुलवा सकते हैं। इस योजना की सबसे खास बात यह है कि यह अधिक ब्याज देने वाली सरकारी योजना है। मौजूदा समय में इस योजना पर हर साल 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है, जबकि पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) में मिलने वाला ब्याज 7.1 फीसदी है।

लोक भविष्य निधि खाते की तरह सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना अधिकतम 1,50,000 रुपये जमा किए जा सकते हैं, जबकि इस योजना में हर साल जमा की जाने वाली न्यूनतम राशि 250 रुपये है। वे माता-पिता या अभिभावक जिनकी 10 साल से कम उम्र की बेटी है, वह सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलवा सकते हैं।

अगर बेटी के जन्म के तुरंत बाद सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश किया जाए तो यह बहुत फायदेमंद होता है। इस योजना में आपको हर साल लड़की के 15 साल के होने तक निवेश करना होगा और इसकी अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये होगी। इस दौरान आप 22,50,000 रुपये 15 साल में निवेश करेंगे और 6 साल बाद यानी जब बेटी 21 साल की हो जाएगी तो उसे मैच्योरिटी राशि मिल जाएगी और यह करीब 65,93,071 रुपये हो जाएगी। इस राशि में ब्याज का हिस्सा 43,43,071 रुपए होगा।

हालांकि, इस अवधि के दौरान ब्याज दरों में बदलाव के कारण इस योजना के रिटर्न में उतार-चढ़ाव हो सकता है। सबसे अच्छी बात यह है कि 21 साल बाद मिलने वाली करीब 66 लाख की इस राशि पर किसी तरह का कोई टैक्स नहीं देना होगा।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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