Stock Market: T+0 सेटलमेंट का बीटा वर्जन लॉन्च, जानें इसके बारे में सबकुछ

रायपुर/सूत्र: शेयर बाजार में गुरुवार 28 मार्च से सेटलमेंट की नई व्यवस्था T+0 सेटलमेंट की शुरुआत ही गई है. इसके बीटा वर्जन की शुरुआत हुई है। लेकिन अभी बीटा वर्जन की सुविधा सभी स्टॉक के लिए शुरू नहीं हुई है। ये सुविधा केवल 25 शेयरों के लिए शुरू की गई है, इसी महीने सेबी ने मंजूरी दी थी।

बीएसई ने इसी सप्ताह इन 25 शेयरों की सूची जारी की थी. जिनके साथ T+0 सेटलमेंट शुरू हुआ. इसी महीने सेबी बोर्ड ने T+0 सेटलमेंट से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।

T+0 सेटलमेंट क्या है?

T+0 सेटलमेंट में शेयरों में किए गए लेनदेन का निपटान उसी दिन किया जाएगा। इसका मतलब है कि शेयर उसी दिन खरीदार के खाते में स्थानांतरित कर दिए जाएंगे। साथ ही पैसा भी उसी दिन विक्रेता के खाते में जमा कर दिया जाएगा। अभी भारत में T+1 साइकिल का पालन किया जाता है. इसमें व्यापार अगले दिन तक सेटलमेंट किया जाता है।

ये स्टॉक है शामिल

अशोक लीलैंड, बजाज ऑटो, इंडियन होटल्स कंपनी, अंबुजा सीमेंट्स, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन, बैंक ऑफ बड़ौदा, बिड़ला सॉफ्ट, सिप्ला, कॉफोर्ज, नेस्ले इंडिया, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, ओएनजीसी, डिविस लेबोरेटरीज, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, भारतीय स्टेट बैंक, संवर्धन मदरसन इंटरनेशनल, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया जेएसडब्ल्यू स्टील, एलटीआई माइंडट्री, एमआरएफ, एनएमडीसी, पेट्रोनेट एलएनजी, टाटा कम्युनिकेशंस, ट्रेंट और वेदांता शामिल हैं।

‘बीटा’ संस्करण क्या है?

फिलहाल इस नए सिस्टम को शेयर बाजार में विकल्प के तौर पर पेश किया जा रहा है। यह एक पायलट प्रोजेक्ट है. जिसे मौजूदा T+1 निपटान चक्र के अतिरिक्त बाजार में लॉन्च किया जा रहा है। अब दोनों निपटान चक्र एक साथ चलेंगे, अभी यह नई सुविधा सीमित ब्रोकरों के लिए सीमित शेयरों के साथ शुरू की गई है।

नए सिस्टम में निवेशकों और व्यापारियों को कैसे मदद मिलेगी

कम समय में निपटान चक्र सिस्टम को शुरू करने का उद्देश्य सिस्टम को और अधिक गतिशील बनाना है, ब्रिकी के दिन ही सेटलमेंट हो जाने से लिक्विडिटी में सुधार हो सकता है. जिससे की व्यापारियों को नगदी के इस्तेमाल का बेहतर उपाय मिल सकता है। एक ही दिन में ट्रेड पूरा होने से अगले दिन के ट्रांजेक्शन के लिए निवेशकों के पास पैसे उपलब्ध होंगे।

अन्य स्टॉक मार्केट में कैसे होता है निपटारा?

दुनिया भर के अधिकांश बाज़ार अभी भी अधिकांश T+2 स्टॉक ट्रेड सेटलमेंट सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है। अमेरिका के स्टॉक मार्केट में 28 मई को सिस्टम टी+1 में ट्रांसफर होने वाला है। यूरोपीय संघ भी इसका पालन कर सकते हैं। इसके अलावा चीन T+0 निपटान का पालन करता है। एशिया में, अधिकांश स्टॉक मार्केट में अभी भी T+2 सिस्टम का पालन किया जाता है।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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