कलेक्टर ने की धान खरीदी की व्यापक समीक्षा

गरियाबंद : शासन के समर्थन मूल्य पर धान खरीदी नीति के अंतर्गत खरीफ वर्ष 2021-22 में आगामी 01 दिसम्बर से धान खरीदी प्रारंभ होगी। धान खरीदी की तैयारियों की समीक्षा करते हुए आज कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने सभी अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, खाद्य, कृषि, मार्कफेड, सहकारिता एवं पुलिस विभाग के अधिकारियो की बैठक ली और आवश्यक निर्देश दिये।

बैठक में अपर कलेक्टर श्री जे.आर चौरसिया, अनुविभागीय अधिकारी श्री विश्वदीप, एडिसनल एस.पी श्री चन्द्रेश ठाकुर, छुरा एस.डी.एम श्रीमति शीतल बंसल, डिप्टी कलेक्टर श्री भूपेन्द्र साहू मौजूद थे। इसके अलावा राजिम, मैनपुर एवं देवभोग अनुभाग एवं तहसीलदार वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुडे़ थे। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप 01 दिसम्बर से धान खरीदी की जानी है, जिसकी व्यापक और चाक-चौबंद व्यवस्थाएं किया जाए।

उन्होंने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को सीमावर्ती क्षेत्रों एवं अति संवेदनशील क्षेत्रों में सतत निगरानी के निर्देश दिये है। साथ ही समिति स्तर एवं जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि सभी उपार्जन केन्द्रों में बारदाना, इलेक्ट्रॉनिक तौल, ड्रेनेज एवं तारपोलिन की माकूल व्यवस्था सुनिश्चित हो। श्री क्षीरसागर ने कहा कि खरीदी के दौरान छोटे किसानों को पहले टोकन जारी किया जाए तथा एक बार में एक सप्ताह के लिए टोकन जारी करें।

सूर्यास्त के बाद किसी भी स्थिति में धान की खरीदी नहीं होगी। उन्होंने अनुविभागीय अधिकारियों को बारदानों में स्पष्ट रूप से मार्किंग करने के निर्देश दिये है। कलेक्टर ने ऐसे समितियों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये है, जहां स्टॉक मिलान करने पर अंतर आये। साथ ही ऐसे प्रबंधकों को अन्यत्र समितियों में भेजने के निर्देश दिये जिनके विरूद्ध पूर्व में एफ.आई.आर दर्ज की गई है।

साथ ही किसानों को यह समझाईश देने कहा गया है कि किसान अपने धान को सीधे स्टेक में न लगाये बल्कि उसे पल्टी कर समितियों द्वारा दिये गए बारदानों में भरकर लगाये। कलेक्टर ने कड़े निर्देश दिये है कि कोई भी समिति बिना किसी उच्च निर्देश के धान खरीदी बंद न करे, अन्यथा उन पर कार्यवाही की जायेगी। बैठक के दौरान मंडी निरीक्षकों को बैक डेट पर अनुज्ञा जारी नहीं करने के निर्देश दिये है।

ज्ञात है कि इस वर्ष जिले में 79 हजार 905 किसानों का धान खरीदी के लिए पंजीयन किया गया है। जो पिछले वर्ष की तुलना में 1.72 प्रतिशत अधिक है। वहीं मक्का खरीदी के लिए 4912 किसानों का पंजीयन किया गया है। 67 समितियों के माध्यम से 76 उपार्जन केन्द्रों में खरीदी की जायेगी। इस वर्ष ग्राम बारूला और गौरघाट में नये उपार्जन केन्द्र खोलने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।

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KR. MAHI

CHIEF EDITOR KAROBAR SANDESH

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