पीएम ने लॉन्च किया देश का पहला बुलियन एक्सचेंज, क्या है यह? पढ़ें पूरी खबर
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सूरत में देश के पहले इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (IIBX) का उद्घाटन किया। यह देश का पहला अंतरराष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज है। यह एक्सचेंज गुजरात के गिफ्ट सिटी यानी गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी में स्थित है।
गांधीनगर का इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (IIBX) उत्पाद पोर्टफोलियो और प्रौद्योगिकी सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। इसकी खासियत यह है कि इसकी कीमत देश के अन्य एक्सचेंजों और विदेशों में एक्सचेंजों की तुलना में काफी कम है। व्यापारी बुलियन एक्सचेंज पर सोने और चांदी के डेरिवेटिव में सौदा कर सकते हैं।
प्रारंभ में, IIBX के 995 शुद्धता वाले 1 किलोग्राम सोने और 999 शुद्धता वाले 100 ग्राम सोने में T+0 निपटान के साथ व्यापार करने की उम्मीद है। इस एक्सचेंज के सभी अनुबंध डॉलर में सूचीबद्ध हैं। इनका निपटारा भी डॉलर में किया जाएगा।
बुलियन को कानूनी निविदा माना जाता है
बुलियन का अर्थ है भौतिक सोना और चांदी, जिसे लोग सिक्के, बार आदि के रूप में अपने पास रखते हैं। बुलियन को कभी-कभी कानूनी निविदा माना जाता है। बुलियन भी सेंट्रल बैंक (RBI) के रिजर्व में शामिल है। संस्थागत निवेशक भी इसे अपने पास रखते हैं।
सरकार ने पिछले साल अगस्त में बुलियन स्पॉट डिलीवरी कॉन्ट्रैक्ट और बुलियन डिलीवरी रसीद (बीडीआर) को अधिसूचित किया था। IIBX का नियामक अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (IFSCA) है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2020-21 में IIBX की स्थापना की घोषणा की थी।
कैसे काम करेगा यह एक्सचेंज?
आईआईबीएक्स के जरिए भारत में सोने और चांदी का आयात किया जाएगा। इस एक्सचेंज के जरिए घरेलू खपत के लिए सर्राफा का आयात भी किया जाएगा। इस एक्सचेंज के रूप में, सभी बाजार सहभागियों को सराफा व्यापार के लिए एक सामान्य और पारदर्शी मंच मिलेगा। इससे सही कीमत तय करने में मदद मिलेगी। साथ ही सोने की गुणवत्ता की भी गारंटी होगी।
आरबीआई ने इस साल मई में आईआईबीएक्स के जरिए सोने के आयात के नियम पेश किए थे। इस गाइडलाइन के जरिए घरेलू योग्य ज्वैलर्स को भी आईआईबीएक्स के जरिए सोना आयात करने का मौका मिलेगा।
गाइडलाइंस के मुताबिक बैंक क्वालिफाइड ज्वैलर्स को गोल्ड इंपोर्ट के लिए आईआईबीएक्स के जरिए 11 दिनों के लिए एडवांस पेमेंट की सुविधा मुहैया कराएंगे। आरबीआई ने यह भी कहा है कि सोने के आयात के लिए योग्य ज्वैलर्स द्वारा भुगतान IFSCA द्वारा अनुमोदित एक्सचेंजों के माध्यम से किया जाएगा।