बिल गेट्स: तकनीकी क्रांति के जरिए कैसे बदल दी दुनिया
रायपुर/कारोबारसंदेश : बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक, एक बड़े परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकी व्यवसायी और पिछले कुछ वर्षों से एक परोपकारी और बड़े दानदाता के रूप में काम कर रहे हैं। वैज्ञानिकों से लेकर राजनेताओं तक, पूरी दुनिया पर्यावरण और स्वास्थ्य पर उनके विचारों पर बहुत ध्यान देती है। उनका जन्मदिन 28 अक्टूबर को था। बिल गेट्स अभी भी दुनिया में एक बेहतर बदलाव लाने के लिए कई प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इतिहास में तकनीकी क्रांति के जनक के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने अपनी माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के जरिए पूरी दुनिया में कंप्यूटिंग में आमूलचूल परिवर्तन कर सार्वजनिक पहुंच बनाने का काम किया हैं।
बिल गेट्स के बिना असंभव कई क्षेत्र – बिलगेट्स ने न केवल कंप्यूटर की दुनिया को बदल दिया, बल्कि व्यापार के तरीके में कई क्रांतिकारी बदलाव भी लाए। उन्होंने कंप्यूटर को घरेलू सामान बना दिया ताकि इंटरनेट पूरी दुनिया में व्यापक रूप से फैल सके। उनका सॉफ्टवेयर आज व्यवसायों में इतना व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है कि उनके बिना आज के व्यवसायों की कल्पना करना असंभव है।
कई तकनीकें बेहतर हुईं – गेट्स ने अपने दोस्त पॉल एलन के साथ मिलकर 1975 में माइक्रोसॉफ्ट नाम की कंपनी बनाई और चार साल में इसे 2.5 मिलियन डॉलर की कंपनी बना दिया। सॉफ्टवेयर विकास के जुनून के साथ उनके पास एक शानदार व्यापारिक दिमाग था। उनके सॉफ्टवेयर ने आज के स्मार्ट टीवी के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने एक्सबॉक्ल लाइव के माध्यम से ऑनलाइन गेमिंग का कॉन्सेप्ट पेश किया, जिससे बाद में प्लेस्टेशन का विचार आया।
माइक्रोसॉफ्ट ने स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए विंडोज मोबाइल और पॉकेट पर्सनल कंप्यूटर पेश किए 2001 में, उन्होंने घोषणा की कि वे पहले से ही टैबलेट का उपयोग कर रहे हैं और यह भविष्य में कंप्यूटर का सबसे लोकप्रिय रूप होगा। कम ही लोग जानते हैं कि 1997 में जब Apple कंपनी दिवालिया होने की कगार पर थी, तब गेट्स ने ही 150 मिलियन डॉलर के निवेश कर बचाया था।
होम कंप्यूटर – बिल गेट्स ने दुनिया में होम कंप्यूटर के युग को लाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट को श्रेय दिया जाता है। उस समय कंप्यूटर को केवल एक वैज्ञानिक उपकरण के रूप में समझा जाता था और यह विचार बेतुका बेकार और असंभव लगता था। लेकिन कंपनी के ग्राफिक यूजर इंटरफेस ने कंप्यूटर को लोगों के बीच अप्रत्याशित रूप से लोकप्रिय बना दिया और कंप्यूटर एक पर्सनल कंप्यूटर में बदल गया।
सरलता ने इसे लोकप्रिय बनाया – यदि बिल गेट्स को कंप्यूटिंग को सरल बनाने का श्रेय दिया जाता है, तो यह गलत नहीं होगा। यह उनके बनाए DOS यानी डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम और फिर विंडोज की सादगी ही थी जिसे लोगों के बीच इतनी लोकप्रियता मिली। डॉस को सबसे पहले 1981 में दुनिया के सामने लाया गया था। और दो साल के भीतर, माइक्रोसॉफ्ट के ब्रिटेन, जापान सहित कई देशों में कार्यालय थे और कंपनी का सॉफ्टवेयर दुनिया के 30 प्रतिशत कंप्यूटरों में चल रहा था।
सूचना क्रांति को नया आकार – 1995 तक, विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम, जो पूरी तरह से ग्राफिक यूजर इंटरफेस पर आधारित था, ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया। केवल चार दिनों में एक मिलियन प्रतियां बिकीं। इसके बाद इंटरनेट एक्सप्लोरर ने इंटरनेट के लिए नए आयाम खोले और प्रौद्योगिकी इस दिशा में आगे बढ़ने लगी और सूचना क्रांति ने एक नया आकार ले लिया।
लेकिन गेट्स यहीं नहीं रुके, उनका MS ऑफिस एक और बड़ा बदलाव लेकर आया जिसने व्यापार जगत को ही पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत कर दिया। इसमें माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक, पावर प्वाइंट और एक्सेल का सबसे बड़ा योगदान रहा। गेट्स ने व्यापार की दुनिया में कई सॉफ्टवेयर इस तरह दिए कि दूसरी कंपनियां भी प्रेरित हुईं और नई सुविधाएं देने लगीं। माइक्रोसॉफ्ट के उत्पादों ने सॉफ्टवेयर डेवलपर्स को नई दिशा देने का काम किया। गेमिंग, नए एप्लिकेशन बनाने के लिए डॉटनेट जैसे प्लेटफॉर्म आदि अब तक नई तकनीकों के आविष्कार के लिए प्रेरणा साबित हो रहे हैं।